दो दर्जन को लील गया निमोनिया और दमा

मैेनपुरी। सर्दी बढ़ने के साथ ही बच्चों व बुजुर्गो को खतरा बढ़ गया है। बच्चों को बुखार तो बुजुर्गो को दमा रोग सताने लगा है। एक माह के अंतराल में जिला अस्पताल में ही मरने वालों की संख्या दो दर्जन से ऊपर हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Dec 2018 10:37 PM (IST) Updated:Sat, 15 Dec 2018 10:37 PM (IST)
दो दर्जन को लील गया निमोनिया और दमा
दो दर्जन को लील गया निमोनिया और दमा

मैनपुरी। सर्दी के साथ बच्चों और बुजुर्गों की सांसों पर खतरा मंडराने लगा है। श्वांस और निमोनिया के मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। प्रतिदिन दर्जन भर मरीजों को गंभीर हालत में इमरजेंसी में भर्ती कराया जा रहा है। शुरुआती हालात ही बदतर हैं। अब तक लगभग बच्चों समेत दो दर्जन मरीजों की मौत हो चुकी है।

दिसंबर का पखवाड़ा बीतने के साथ सर्दी ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। दिन में धूप भी बेअसर साबित हो रही है। रात को चल रही सर्द हवाएं सेहत को नुकसान पहुंचाने लगी हैं। ठंड का विपरीत असर अब इंसानी सेहत पर पड़ने लगा है। जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। प्रतिदिन लगभग दर्जन भर अधेड़ और बुजुर्गों को श्वांस की बीमारी की वजह से इमरजेंसी में भर्ती कराया जा रहा है। निमोनिया का प्रकोप भी बढ़ा है।

स्थिति यह है कि महीने भर में बच्चों समेत लगभग दो दर्जन लोगों की मौत निमोनिया और श्वांस की बीमारी की वजह से हो चुकी है। ज्यादातर को मृत हालत में ही इमरजेंसी लाया गया था। अस्पताल में सुविधाओं का अभाव है। यहां गंभीर रूप से आने वाले मरीजों को सैफई के लिए रेफर कर दिया जाता है।

ठंड में रखें सेहत का ख्याल

- छोटे बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए उन्हें गर्म कपड़ों से ढककर रखें।

- बुजुर्गों को सर्द मौसम में ऐसे खाद्य पदार्थों को खिलाने से बचें जिनकी तासीर ठंडी होती हो।

- सुबह की सैर से भी बचाव रखें।

- धूल और कोहरा श्वांस रोगियों के लिए समस्या पैदा कर सकता है। सीधे इसके संपर्क में आने से बचें।

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