साहब कभी क्लास लगाओ, तब जानें यातायात के नियम

मैनपुरी जासं। सड़क सुरक्षा को लेकर भले ही बड़ी-बड़ी बातें की जा रही हों लेकिन नियमों की जानकारी को सार्वजनिक तौर पर साझा करने में जिम्मेदारों ने कोई रुचि नहीं दिखाई। हादसों को रोकने के लिए भले ही इंतजाम कराए गए हों लेकिन नियमों से लोग अनजान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Nov 2019 10:57 PM (IST) Updated:Wed, 27 Nov 2019 06:08 AM (IST)
साहब कभी क्लास लगाओ, तब जानें यातायात के नियम
साहब कभी क्लास लगाओ, तब जानें यातायात के नियम

जासं, मैनपुरी: सड़क सुरक्षा को लेकर भले ही बड़ी-बड़ी बातें की जा रही हों, लेकिन नियमों की जानकारी को सार्वजनिक तौर पर साझा करने में जिम्मेदारों ने कोई रुचि नहीं दिखाई। हादसों को रोकने के लिए भले ही इंतजाम कराए, लेकिन नियमों से लोग अनजान हैं। शहर की आवास विकास कॉलोनी निवासी अजय दुबे, देवपुरा निवासी राजेश सिंह का कहना है कि बहुत से नियमों के बारे में उन्हें भी जानकारी नहीं है। यातायात पुलिस द्वारा चालान तो काटे जाते हैं लेकिन कभी भी सिगनल से जुडे़ नियमों की जानकारी नहीं दी गई। स्कूल और कॉलेजों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर एक भी बोर्ड ऐसा नहीं लगाया गया है जिसमें नियम, चिन्ह और पट्टियों के मायने समझाए गए हों। तिराहों-चौराहों पर भी मनमानी दिख रही है।

हद है जेब्रा क्रॉसिग में भी मनमानी

शहर की सड़कों पर बनाई गई जेब्रा क्रॉसिग खासी चर्चा में है। इसे इसलिए बनाया जाता है ताकि पैदल चालक आसानी से सड़क को पार कर सकें। शहर के कचहरी रोड पर जहां-जहां जेब्रा क्रॉसिग बनाई गई है, वह सड़क को पार ही नहीं करती। एक छोर से शुरू होकर डिवाइडर पर खत्म हो जाती है। ऐसे में यदि कोई पैदल व्यक्ति सड़क पार करता है तो वह सिर्फ एक हिस्सा पार कर पाएगा और डिवाइडर पर जाकर दूसरी ओर से आ रहे वाहन से चोटिल हो जाएगा।

यहां भी मानकों से मजाक

कोतवाली के बाहर बनवाए गए डिवाइडरों पर सफेद रंग नहीं कराया गया है। डिवाइडर पर रखवाए गए पत्थरों को भी फिक्स नहीं कराया गया है। जेब्रा क्रॉसिग से लगभग तीन मीटर दूर स्टॉप लाइन बनी होती है लेकिन शहर में ये स्टॉप लाइनें नजर ही नहीं आती हैं।

'इन सभी संकेतकों और लाइनों को दुरुस्त कराया जाएगा। मुख्य स्थानों पर बोर्ड भी लगवाए जाएंगे। लोगों को सेमिनार के माध्यम से चिन्हों की जानकारी दी जाएगी।'

अभय नारायण राय, सीओ सिटी।

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