मुठभेड़ में बर्खास्त सिपाही सहित पांच गिरफ्तार

युवक को अगवा कर की थी 60 हजार रुपये की वसूली दो कार तमंचे नकदी बरामद जेल भेजे

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:30 AM (IST)
मुठभेड़ में बर्खास्त सिपाही सहित पांच गिरफ्तार
मुठभेड़ में बर्खास्त सिपाही सहित पांच गिरफ्तार

जासं, मैनपुरी: युवक को अगवा कर झूठे मुकदमे में फंसाने का भय दिखाकर अवैध वसूली करने के आरोपित बर्खास्त सिपाही और उसके चार साथी पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिए। पकड़े आरोपितों ने लूट और अवैध वसूली की कई घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।

27 नवंबर को बर्खास्त सिपाही अमित चौधरी और उसके साथियों ने थाना किशनी के गांव नगला इंदे बसैत निवासी रणवीर सिंह को फोन कर गांव के बाहर बुलाया और एक सियाज कार में बैठाकर जंगल में ले गए। घटना के समय अनुज सिपाही की वर्दी में था। उसने खुद को क्राइम ब्रांच में बताते हुए रणवीर को ट्राली चोरी के मामले में फंसाने की धमकी देते हुए एक लाख रुपये की मांग की थी। रणवीर से 60 हजार रुपये वसूल लिए। बाद में बाकी की रकम वसूलने के लिए सिपाही और उसके साथियों ने रणवीर पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। घटना की रिपोर्ट रणवीर के पिता सूबेदार ने बर्खास्त सिपाही अनुज चौधरी निवासी नौरोजपुर गूजर जिला बागपत, अनुज शाक्य निवासी रम्पुरा थाना किशनी, कुलदीप निवासी नगला दीपा थाना भोगांव, सूर्य प्रताप निवासी सहन थाना कुर्रा, अनुपम निवासी गपकापुर थाना किशनी के खिलाफ दर्ज कराई थी।

एसपी अशोक कुमार राय ने बताया कि आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई। मंगलवार रात पुलिस ने सभी आरोपितों को किशनी क्षेत्र अंतर्गत खड़रिया मोड़ के पास से मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से एक सियाज कार, एक स्कार्पियो कार, दो तमंचे और अवैध वसूली के 13,150 रुपये बरामद हुए। पकड़े बदमाशों ने कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने इन मामलों की तहकीकात शुरू कर दी है। पकड़े गए आरोपितों को जेल भेजा गया है। क्राइम ब्रांच में बताकर करते थे वसूली

पकड़े गए आरोपितों ने स्वीकार किया कि अनुज चौधरी बर्खास्त सिपाही है। वह क्राइम ब्रांच में रह चुका है। उसे पता है कि पुलिस किस प्रकार कार्य करती है। उसी के साथ मिलकर सभी ने एक गिरोह तैयार किया और खुद को क्राइम ब्रांच का बताकर अवैध वसूली करते थे। लंबा है आरोपितों का आपराधिक इतिहास

बर्खास्त सिपाही अनुज चौधरी शातिर है। उसके खिलाफ जिले के थानों के अलावा फिरोजाबाद और फर्रुखाबाद में लूट, प्राणघातक हमला, डकैती, धोखाधड़ी और आयुध अधिनियम के कई मामले दर्ज हैं। अनुज शाक्य के खिलाफ 21 आपराधिक मामले दर्ज हैं। कुलदीप के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं। अन्य आरोपितों का आपराधिक इतिहास पता लगाया जा रहा है।

दो साल पहले जेल गया था बर्खास्त सिपाही

वर्ष 2018 में तेल से भरे टैंकर लूट की घटना की जांच के दौरान सिपाही अनुज चौधरी का नाम सामने आया था। वर्ष 2019 में उसने कुर्रा क्षेत्र में एक लूट की घटना को अंजाम दिया था। तत्कालीन एसपी अजय कुमार पांडेय ने सिपाही को बर्खास्त किया था। 19 दिसंबर 2019 को उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। कुछ महीने बाद वह जमानत पर छूट गया था।

दंपती के साथ हुई लूट का राजफाश

थाना बिछवां क्षेत्र के गांव धौकलपुर निवासी सर्वेंद्र चार दिसंबर को अपनी पत्नी आरती और दो वर्षीय पुत्र के साथ दवा लेकर बाइक से लौट रहे थे। चंद्रकमल महाविद्यालय के पास पल्सर सवार तीन बदमाशों ने तमंचे के बल पर उनसे नकदी, मोबाइल और आरती के जेवर लूटे थे। इस घटना को पकड़े गए अनुज चौधरी, अनुज शाक्य और कुलदीप ने अंजाम दिया था। तीनों आरोपितों ने घटना को अंजाम देने की बात कबूल कर ली है।

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