रामलीला: पुत्र वियोग में राजा दशरथ ने त्यागे प्राण

कुरावली संसू। ग्राम अशोकपुर में चल रही रात्रिकालीन रामलीला में राम वनवास लीला का मंचन हुआ। पुत्र वियोग में राजा दशरथ द्वारा प्राण त्यागे जाने पर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Nov 2020 06:15 AM (IST) Updated:Tue, 03 Nov 2020 06:15 AM (IST)
रामलीला: पुत्र वियोग में राजा दशरथ ने त्यागे प्राण
रामलीला: पुत्र वियोग में राजा दशरथ ने त्यागे प्राण

संसू, कुरावली: ग्राम अशोकपुर में चल रही रात्रिकालीन रामलीला में राम वनवास लीला का मंचन हुआ। पुत्र वियोग में राजा दशरथ द्वारा प्राण त्यागे जाने पर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।

राम-वनवास लीला में दिखाया गया कि कैकेई को दिए गए वचन के अनुसार, राजा दशरथ राम को 14 वर्षों का वनवास देते हैं। इसके बाद दशरथ पुत्र वियोग में प्राण त्याग देते हैं। इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष सुभाष प्रताप सिंह चौहान, संयोजक राजकुमार सिंह चौहान, उपाध्यक्ष प्रधान जितेन्द्र सिंह भदौरिया, सहनिर्देशक कवि मनोज चौहान, निर्देशक देवलाल शर्मा, संरक्षक दारा सिंह चौहान, प्रबंधक श्याम मोहन पाठक, जयनारायण भदौरिया, मंच संचालक रामनारायण भदौरिया, आमोद तिवारी, महासचिव सौरभ चौहान, महामंत्री गोपाल कश्यप, रक्षा व्यवस्थापक देवेंद्र सिंह चौहान, नूर मोहम्मद, कोषाध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह चौहान, श्याम सुंदर शर्मा, आडिटर सतीश चंद्र तिवारी मौजूद रहे। भोगांव में नहीं होगा रावण वध

संसू, भोगांव : कोरोना संक्रमण के चलते नगर में रामलीला पर आधारित रावण वध और राज्याभिषेक कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे।

रामलीला परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शुक्ला ने बताया कि पूर्व में राम बरात का आयोजन किया जा चुका है। रावण वध का कार्यक्रम सात नवंबर को रामलीला मैदान में होना तय हुआ था। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने रामलीला मैदान में मेले के आयोजन की अनुमति नहीं दी है। इसके चलते रामलीला मैदान में रावण वध जैसे अन्य आयोजन नहीं होंगे। उन्होंने बताया सोमेश्वरनाथ मंदिर में आयोजित भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक कार्यक्रम भी निरस्त कर दिया गया है।

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