मुझे भवसागर पार करा देना प्रभु: केवट

आगरा रोड रामलीला मैदान में केवट संवाद दशरथ मरण चित्रकूट में भरत मिलाप की लीला का हुआ मंचन

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 06:55 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 06:55 AM (IST)
मुझे भवसागर पार करा देना प्रभु: केवट
मुझे भवसागर पार करा देना प्रभु: केवट

जासं, मैनपुरी: श्रीरामलीला कमेटी के तत्वावधान में आगरा रोड रामलीला मैदान में चल रही रामलीला में केवट संवाद, दशरथ मरण, चित्रकूट में भरत मिलाप की लीला का मंचन किया गया। रामलीला का शुभारंभ कमेटी के पदाधिकारियों ने भगवान के स्वरूपों की आरती उतारकर किया।

पिता का आदेश मानते हुए राम, सीता और लक्ष्मण के साथ वन को प्रस्थान करते हैं। गंगाजी को पार करते समय मल्लाह केवट राम से कहता है कि मैं आपको गंगा पार उतार दूंगा, पर जब मैं आपके द्वार आऊं तो आप मुझे भवसागर पार करा देना। इधर राम के वियोग में राजा दशरथ प्राण त्याग देते हैं। दशरथ की मृत्यु के बाद भरत अयोध्या वापस आते हैं तो उनको राम के वन जाने की बात पता चलती है। भरत, राम को मनाने और वापस अयोध्या लाने के लिए वन को प्रस्थान करते हैं। चित्रकूट में राम और भरत का मिलान होता है। राम, भरत को समझा कर अपनी खड़ाऊं देकर वापस अयोध्या भेज देते है।

इस दौरान स्वामी दयानंद, कमेटी उपाध्यक्ष वीरसिंह भदौरिया, अशोक गुप्ता, रमेश चंद्र, कोषाध्यक्ष सुरेश चंद्र बंसल, प्रशांत मिश्रा, शिवनंदन वर्मा, नरेंद्र राठौर, अमरनाथ भारद्वाज, शशांक चौहान, प्रतापभान सिंह, ओम कुमार चौहान, हाकिम राजपूत, मनोज चौहान, आदित्य जैन, कुलदीप श्रीवास्तव, नवीन, राजेश गुप्ता, अंशुल चौहान, रवि श्रीवास्तव मौजूद थे।

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