गांव की समस्या देख रही अभाविप
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : गांवों के रहन-सहन को समझने को युवाओं की टोली निकल पड़ी ह
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : गांवों के रहन-सहन को समझने को युवाओं की टोली निकल पड़ी है। कभी गांव-गांव जाकर वहां व्याप्त समस्याओं का अवलोकन करती, तो कभी निस्तारण के उपाय के प्रयास। कुछ ऐसी ही पहल की जा रही है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से।
'सामाजिक अनुभूति' कार्यक्रम के जरिए इन दिनों अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लगभग डेढ़ दर्जन कार्यकर्ता सप्ताह भर से जिले के अलग-अलग गांवों में प्रवास कर रही हैं। अब तक 25 गांवों का भ्रमण कर चुके कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ गांव की असलियत देखी है, बल्कि उन गांवों की विषम समस्याओं के वीडियो और दस्तावेज भी तैयार किए हैं। शिकायतों का विभागवार पु¨लदा तैयार कर उन्हें जल्द मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की तैयारी हो रही है। जिला संयोजक प्रशांत यादव ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गांवों को नजदीक से समझना और ग्रामीणों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना है। परिषद की अरहिता दुबे ने बताया कि अब तक कई गांवों का सर्वे हो चुका है। 12 जून तक सर्वे पूर्ण कर एकत्र की गई शिकायतों को संबंधित अधिकारियों के पास निस्तारण के लिए भेजा जाएगा। इतना ही नहीं, समस्याओं के वीडियो मुख्यमंत्री कार्यालय तक भेजे जाएंगे ताकि उनका निस्तारण हो सके। इस मुहिम में आसफा अख्तर, दिशा, तान्या वर्मा, ज्योती, ज्योत्सना, नित्या, प्राची, प्रतीक मिश्रा, प्रशांत, अभिनव, गौरव राजपूत, सचिन, शिवेंद्र भदौरिया, माधव राजपूत, दुर्गेश चंद्रा, दीया वर्मा आदि भाग ले रहे हैं।