त्रिकोणीय संघर्ष में फंसा स्नातक एलएलसी चुनाव

दिलीप शर्मा मैनपुरी। मतदान का दिन ढलते-ढलते वोटर के रुख ने बहुत कुछ साफ कर दिया। भाजपा के ि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:15 AM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:15 AM (IST)
त्रिकोणीय संघर्ष में फंसा स्नातक एलएलसी चुनाव
त्रिकोणीय संघर्ष में फंसा स्नातक एलएलसी चुनाव

दिलीप शर्मा, मैनपुरी: मतदान का दिन ढलते-ढलते वोटर के रुख ने बहुत कुछ साफ कर दिया। भाजपा के लिए शिक्षक स्नातक विधान परिषद सदस्य चुनाव में मैनपुरी जिले से बढ़त आसान नहीं होगी। स्नातक सीट पर मुकाबला ज्यादा दिलचस्प है। निर्दलीय प्रत्याशी हरिकिशोर तिवारी इस मुकाबले को त्रिकोणीय संघर्ष की ओर ले जाते दिख रहे हैं। वह परंपरागत वोट बैंक में सेंध लगाने में कामयाब रहे। शिक्षक एमएलसी सीट पर जिले के रुझानों से भाजपा और माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला होता नजर आ रहा है।

आगरा खंड स्नातक एमएलसी सीट के लिए 22 और शिक्षक एमएलसी सीटों के लिए 16 प्रत्याशी मैदान में हैं। मतदान से पूर्व स्नातक सीट पर भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा था। परंतु, मंगलवार को मतदान के रफ्तार पकड़ने के साथ ही यह अनुमान बदलता चला गया। सपा और भाजपा ने मतदाताओं का समर्थन पाने को आखिरी वक्त तक ताकत झोंकी। भाजपा इस बार पहले के मुकाबले काफी आगे बढ़ती नजर आई। सपा के वोटरों में थोड़ी-बहुत सेंध लगने की भी बात कही जा रही है। वहीं, सपा ने अपने पुराने मतदाताओं को थामे रखा। परंतु, नजदीकी जिले के रहने वाले निर्दलीय प्रत्याशी के निजी संपर्क और जातीय समीकरण ने दोनों का गणित गडबड़ा दिया है। निर्दलीय प्रत्याशी हरि किशोर तिवारी के जिले में बड़ी संख्या में रिश्तेदारियां है। जिले में उनका जनसंपर्क भी अच्छा है। ऐसे में भाजपा और सपा के वोटरों में सेंध लगती नजर आई। माना जा रहा है कि इसमें ब्राह्मण फैक्टर ने भी भूमिका निभाई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे सपा से ज्यादा भाजपा को चिता हो रही है।

शिक्षक स्नातक चुनाव में लिए मतदान में माशिसं के प्रत्याशी जगवीर किशोर जैन और भाजपा प्रत्याशी दिनेश वशिष्ठ में सीधा मुकाबला नजर आया। कुछ जगहों पर जगवीर किशोर जैन को अधिक समर्थन दिखा तो कुछ जगह भाजपा की मेहनत रंग लाती नजर आई। हालांकि शिक्षकों ने वोटिग भी बंपर की है। ऐसे में कड़ा मुकाबला होने का अनुमान है।

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