जिले में खुलेंगे 40 नए सब सेंटर
शासन ने दी स्वीकृति एएनएम के हाथों में होगी सेंटरों की कमान ग्रामीण महिलाओं को घर पर ही मिलेगा प्राथमिक उपचार होंगी जांचें
जासं, मैनपुरी : सामान्य बीमारियों का उपचार गांवों में ही मिल सके, शासन ने इसके लिए तैयारी तेज कर दी है। जिले में एनएचएम (नेशनल हेल्थ मिशन) के तहत 40 नए सब सेंटरों की स्थापना कराई जाएगी। इन सेंटरों पर इलाज की कमान फिलहाल एएनएम के हाथों में ही सौंपी जाएगी। शासन से इसकी स्वीकृति मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्थापना से संबंधित कवायद तेज कर दी है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने सीएमओ को भेजे पत्र में जिले में सब सेंटरों से संबंधित निर्देश दिए हैं। सीएमओ डा. पीपी सिंह का कहना है कि जिले में 40 गांवों में इनकी स्थापना कराई जानी है। इसमें प्रधानों का योगदान होगा। गांवों में इसके लिए प्रधानों के माध्यम से ही जगह उपलब्ध कराई जाएगी। हर गांव में 300 वर्ग मीटर भूमि की जरूरत है। फिलहाल गांवों में जमीन की तलाश करने का काम कराया जा रहा है। इनका संचालन एएनएम के माध्यम से ही कराया जाएगा। तीन हजार रुपये मासिक किराए पर लेंगे भवन
डीपीएम (डिस्ट्रिक्ट प्रोसेस मैनेजर) संजीव वर्मा का कहना है कि शासनादेश के अनुसार यदि सरकारी जमीन नहीं मिलती है तो किराए के मकानों में भी संचालन कराया जा सकता है। गांवों में केंद्र ऐसे स्थानों पर बनाए जाने हैं जहां आबादी की पहुंच बेहद आसानी से हो सके। इसके लिए गांवों के बीचों-बीच किराए के मकानों में संचालन कराया जाएगा। शासन स्तर से इसके लिए तीन हजार रुपये प्रतिमाह निर्धारित किए गए हैं। किराए के मकानों की भी है शर्त
शासन ने शर्त रख दी है कि जहां किराए के मकानों में सेंटरों का संचालन कराया जाएगा। वहां कम से कम तीन कमरे, शौचालय, विद्युत व्यवस्था, पेयजल आदि की उपलब्धता होनी चाहिए। यदि बहुमंजिली भवन है तो भूतल पर ही केंद्र का संचालन कराया जाएगा। इन बीमारियों का मिलेगा उपचार
डीसीपीएम राजीव कुमार का कहना है कि इन सब सेंटरों पर एएनएम के साथ आशा भी रहेंगी। महिलाओं की सामान्य रक्त जांच के अलावा, गर्भावस्था जांच, टीकाकरण, टीबी की जांच और उपचार, लैप्रोसी का परीक्षण व उपचार के साथ मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं का निस्तारण की सुविधा मिलेगी। चौबीस घंटे इन केंद्रों का संचालन कराया जाएगा। यदि प्राथमिक उपचार के दौरान टीम को समस्या महसूस होगी तो वे तत्काल 108 एंबुलेंस की मदद से महिला मरीजों को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया जाएगा।
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शासनादेश के अनुसार तैयारियां कराई जा रही हैं। इसमें ग्राम प्रधानों का भी सहयोग लिया जा रहा है। जल्द से जल्द व्यवस्था कराने के साथ ग्रामीण महिलाओं को उपचार भी उपलब्ध करा दिया जाएगा। फिलहाल जिले में 203 सब सेंटर सक्रिय हैं।
डा. पीपी सिंह, सीएमओ