मैनपुरी से डिंपल यादव के खिलाफ बसपा ने बदला प्रत्याशी, मायावती ने इस कद्दावर नेता पर लगाया दांव

Mainpuri Lok Sabha Seat बसपा ने 11 लोकसभा प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी कर मैनपुरी सीट से गुलशन देव शाक्य का टिकट काट दिया है। डिंपल यादव के खिलाफ मायावती ने अब यादव चेहरे पर दांव लगाया है। बसपा ने पूर्व विधायक शिव प्रसाद यादव को प्रत्याशी बनाया है। मैनपुरी जयवीर सिंह और अब शिव प्रसाद यादव के आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

By Abhishek Pandey Edited By: Abhishek Pandey Publish:Tue, 16 Apr 2024 10:10 AM (IST) Updated:Tue, 16 Apr 2024 10:10 AM (IST)
मैनपुरी से डिंपल यादव के खिलाफ बसपा ने बदला प्रत्याशी, मायावती ने इस कद्दावर नेता पर लगाया दांव
मैनपुरी से डिंपल यादव के खिलाफ बसपा ने बदला प्रत्याशी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। (Mainpuri Lok Sabha Election 2024) बसपा ने मंगलवार को 11 लोकसभा प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से अतहर जमाल लारी को मैदान में उतारा गया है, जबकि मैनपुरी सीट से गुलशन देव शाक्य का टिकट काट दिया गया है।

सपा के गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी से मायावती ने शिव प्रसाद यादव पर दांव लगाया है। इस सीट से प्रत्याशी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) चुनावी मैदान में हैं, जबकि भाजपा ने प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को प्रत्याशी बनाया है।

एक दिन पहले ही हो गई थी तैयारी

मैनपुरी सीट पर प्रत्याशी बदलने की तैयारी एक दिन पहले ही हो गई थी। बसपा ने पहले शाक्य चेहरे के रूप में गुलशन देव शाक्य को प्रत्याशी घोषित किया था, परंतु नामांकन से पहले ही सोमवार को उनको लखनऊ बुला लिया गया। चर्चा थी कि प्रत्याशी बदला जा रहा है और अब उनके स्थान पर यादव चेहरे के रूप में भरथना के पूर्व विधायक शिव प्रसाद यादव को प्रत्याशी बनाया जाएगा।

बसपा ने एक सप्ताह पूर्व गुलशन देव शाक्य को प्रत्याशी बनाया था। प्रत्याशी बनने के बाद भी उनके प्रचार का जोर नजर नहीं आ रहा था। कई दिनों से प्रत्याशी में बदलाव की चर्चाएं चल रही थीं।

सोमवार को जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ प्रत्याशी गुलशन देव शाक्य को अचानक लखनऊ बुला लिया गया। इसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। बताया जा रहा है कि दिन भर चले मंथन के बाद प्रत्याशी बदलने पर भी बात हुई थी। पार्टी मुख्यालय पर जातीय समीकरण को साधते हुए चुनावी गणित समझाया गया और जिला कार्यकारिणी को नए प्रत्याशी के साथ सामंजस्य बिठा चुनावी तैयारी में मजबूती से लड़ने की बात कही गई। इसके बाद शिव प्रसाद यादव पर मायावती ने अपनी मुहर लगा दी।

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