पंद्रह दिनों की कश्मकश के बाद भाजपा ने प्रेम को बनाया प्रत्याशी

मैनपुरी जासं। सपा का गढ़ कही जाने वाली लोकसभा सीट पर लंबे मंथन के बाद बुधवार को आखिरकार भाजपा ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी। भाजपा ने यहां से प्रेम सिंह शाक्य को प्रत्याशी बनाया है। प्रेम सिंह शाक्य वर्ष 2014 के उपचुनाव में पार्टी के प्रत्याशी रह चुके हैं और तेज प्रताप से हार गए थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Apr 2019 11:58 PM (IST) Updated:Thu, 04 Apr 2019 06:25 AM (IST)
पंद्रह दिनों की कश्मकश के बाद भाजपा ने प्रेम को बनाया प्रत्याशी
पंद्रह दिनों की कश्मकश के बाद भाजपा ने प्रेम को बनाया प्रत्याशी

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: सपा का गढ़ कही जाने वाली लोकसभा सीट पर लंबे मंथन के बाद बुधवार को आखिरकार भाजपा ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी। भाजपा ने यहां से प्रेम सिंह शाक्य को प्रत्याशी बनाया है। प्रेम सिंह शाक्य वर्ष 2014 के उपचुनाव में पार्टी के प्रत्याशी रह चुके हैं और तेज प्रताप से हार गए थे।

प्रेम सिंह शाक्य मूल रूप से कुसमरा चौकी क्षेत्र के नगला भूपत के निवासी हैं और वर्तमान में मैनपुरी शहर में रह रहे हैं। करीब 16 वर्ष से भाजपा से जुड़े प्रेम सिंह शाक्य संगठन में विधानसभा क्षेत्र प्रभारी, क्षेत्रीय मंत्री, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य रह चुके हैं। उनकी पत्नी मंजूलता शाक्य ने वर्ष 2012 में कुसमरा नगर पंचायत के चेयरमैन पद के लिए चुनाव लड़ा था, वह मात्र 144 वोटों से पराजित हो गई थीं। प्रेम सिंह शाक्य को वर्ष 2014 के लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था। प्रेम सिंह शाक्य 3.32 लाख वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे। उस चुनाव में बसपा और कांग्रेस मैदान में नहीं थीं। हालांकि तब उनकी हार का अंतर 3.21 लाख वोटों का रहा था। अब इस चुनाव में जीत की दहलीज पर पहुंचना उनके लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि भाजपा जातीय समीकरणों के सहारे मैदान फतह करने की रणनीति बना रही है। प्रेम सिंह शाक्य ने बताया कि वह गुरुवार सुबह 10 बजे पर्चा दाखिल करेंगे। मैनपुरी सीट पर भी इस बार जीत हासिल कर इतिहास रचा जाएगा। आधा दर्जन से ज्यादा दिग्गज थे कतार में:

चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले से ही भाजपा में टिकट को जबरदस्त दावेदारी शुरू हो गई थी। इसमें कई जनप्रतिनिधियों के साथ पूर्व विधायक और संगठन से जुड़े पदाधिकारी भी शामिल थे। प्रेम सिंह शाक्य के साथ एक और पूर्व प्रत्याशी ने उम्मीदवारी जताई थी।

- टिकट की उम्मीद में पर्चा खरीदे बैठे थे दो पूर्व विधायक:

टिकट को लेकर चल रही कश्मकश के बीच पूर्व विधायक और डीसीबी चेयरमैन नरेंद्र सिंह राठौर ने नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के दूसरे दिन ही पर्चा खरीद लिया था। भोगांव के पूर्व विधायक शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को पर्चा खरीदा था। - सबसे ज्यादा उछला था ममतेश शाक्य का नाम:

टिकट के असमंजस के बीच एटा की पटियाली विधानसभा सीट से विधायक ममतेश शाक्य का नाम सबसे ज्यादा उछला था। मुलायम के नामांकन से पहले तक नाम फाइनल होने का दावा तक किया जा रहा था।

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