जागरण लाइव: पाठशालाओं में दिखा मनमानी का आलम

सीएम के आदेश के बाद भी गुरुजी में दिखी सुस्ती रसोइया विद्यार्थियों और शिक्षकों ने लगाई झाड़ू तैयारी पर भारी पड़ी उदासीनता।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jul 2019 10:15 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jul 2019 06:26 AM (IST)
जागरण लाइव: पाठशालाओं में दिखा मनमानी का आलम
जागरण लाइव: पाठशालाओं में दिखा मनमानी का आलम

मैनपुरी, जासं। बेसिक विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल सोमवार को गर्मी के अवकाश के बाद खुले, लेकिन मनमौजी का आलम दिखा। सीएम के निर्देशों के बाद भी पाठशालाओं में उदासीनता दिखी। विद्यार्थियों के न आने से स्कूल सूने दिखे। सफाई का दायित्व गुरु और शिष्य के अलावा रसोइया निभाते नजर आए। कई स्कूलों में गुरुजी गपशप हांकते दिखे, तो कई में मोबाइल पर समय काटते नजर आए।

पिछले माह 14 जून को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों को 25 जून से खोलकर तैयारी के निर्देश दिए थे। गर्मी के अवकाश के बाद जागरण टीम ने एक जुलाई को इन स्कूलों की हकीकत देखी। जिले के एक दर्जन से ज्यादा स्कूलों की पड़ताल की तो पूर्व तैयारी होने का परिदृश्य कहीं भी नजर नहीं आया।

-

रसोइया, विद्यार्थी और शिक्षक बने सफाईकर्मी

ग्रामीण सफाईकर्मियों के नहीं आने से विद्यार्थी, रसोइया और शिक्षकों ने ही इस दायित्व को पूरा किया। मरहरी स्कूल में तो साढ़े नौ बजे रसोइया सफाई कर रही थी, जबकि प्राइमरी और उच्च प्राथमिक स्कूल के शिक्षक गप्पें मार रहे थे। टीम के आने की बात सामने आते ही प्राथमिक के शिक्षक स्कूल चले गए। यहां दस बच्चे एक कमरे में कैरम खेल रहे थे।

-

घरों से बुलाए गए विद्यार्थी-

सोमवार सुबह बीडीओ मैनपुरी प्रमोद चतुर्वेदी सुल्तानगंज के गांव नगला हिम्मत की पाठशाला पहुंचे तो मौके पर चार छात्र और एक शिक्षक व शिक्षामित्र मिले। पंखे की सुविधा से वंचित इस पाठशाला में बीडीओ के कहने पर कुछ बच्चे गांव से बुलाए गए।

-

पहले ही दिन पंक्चर हो गई बाइक-

पहले ही दिन देरी से आने की वजह पूछने पर शिक्षक बहाना बनाते आए। नगला हिम्मत में सहायक शिक्षक जय प्रकाश देरी का कारण पूछने पर बीडीओ को बाइक पंक्चर होने की बात सुनाने लगे।

-

चूल्हे पर बनता एमडीएम-

गरीबों को भले ही रसोई गैस की सुविधा मिली हो, लेकिन पाठशालाओं में तो दोपहर का खाना चूल्हे पर ही बनता है। यह जानकारी सुल्तानगंज के तमाम परिषदीय स्कूल में सामने आई। रसोइया रामा देवी का कहना था कि दस माह से मानदेय नहीं मिला है। उमस और गर्मी में एमडीएम चूल्हे पर बनाना पड़ता है।

-

पहले दिन कुछ स्कूलों में ऐसे बात सामने आई है। मंगलवार से सभी को समय से आकर नामांकन में जुटने को कहा गया है। निरीक्षण में खामियां सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।

विजय प्रताप सिंह, बीएसए।

chat bot
आपका साथी