मौसम बदला, गर्मी बरकरार

मैनपुरी: अक्टूबर का महीना शुरू हो गया है। सुबह-रात हल्की गुलाबी सर्दी ने भी दस्तक दी है। लेकिन, दोपह

By Edited By: Publish:Thu, 08 Oct 2015 08:43 PM (IST) Updated:Thu, 08 Oct 2015 08:43 PM (IST)
मौसम बदला, गर्मी बरकरार

मैनपुरी: अक्टूबर का महीना शुरू हो गया है। सुबह-रात हल्की गुलाबी सर्दी ने भी दस्तक दी है। लेकिन, दोपहर को चटख धूप लोगों का पसीना छुड़ा रही है। मौसम में बदलाव के बावजूद सूरज की तल्खी लोगों को बीमार बना रही है। रोजाना मौसमी बीमारियों से पीड़ित जिला अस्पताल में बड़ी तादात में पहुंच रहे हैं।

जिले का मौसम तेजी से बदल रहा है। सुबह और रात के समय में हल्की ठंडक पड़ना शुरू हो गई है। दोपहर को सूरज के तेवरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हाल, यह है कि भरी दोपहरी में अभी भी चटख धूप लोगों का पसीना छुड़ा रही है। दिन में गर्मी से राहत पाने को लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मौसम में इस प्रकार के बदलाव को सेहत के लिए बेहद खतरनाक मानते हैं।

जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके सागर का कहना है कि मौसम में परिवर्तन बच्चों की सेहत को खराब कर सकता है। परिवर्तन का प्रभाव बच्चों की सेहत पर सबसे ज्यादा पड़ता है। अमूमन ऐसे मौसम की चपेट में आने पर बच्चों को सर्दी और सांस तेज चलने की शिकायत हो जाती है। लगातार अनदेखी करने से बच्चे निमोनिया की चपेट में आ जाते हैं। उनका कहना है कि मौसम के प्रकोप से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें सीधे ठंडी हवा में ले जाने से परहेज करें।

वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एके उपाध्याय का कहना है कि मौसम में यह बदलाव बडे़-बड़ों को बिस्तर पर पहुंचा सकता है। आमतौर पर लोग मौसम में बदलाव को गंभीरता से नहीं लेते हैं। जिसके कारण वे वायरल इंफेक्शन का शिकार हो जाते हैं। रोजाना जिला अस्पताल में सैकड़ों मरीज ऐसे आते हैं जो बुखार, सर्दी, खांसी और सीने में दर्द की समस्या से पीड़ित होते हैं। उनका कहना है कि इस इस मौसम में ठंडा पानी और ठंडी वस्तुओं का सेवन करना बीमारियों को और भी ज्यादा बढ़ाता है। बेहतर होगा, कि मरीज इनसे परहेज करें।

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