जर्जर बांध ने ग्रामीणों की बढ़ाई चिंता
महराजगंज भारी बारिश देख बांध के किनारे बसे गांवों के लोग चितित हैं क्योंकि 10.6 किलोमीटर
महराजगंज: भारी बारिश देख बांध के किनारे बसे गांवों के लोग चितित हैं, क्योंकि 10.6 किलोमीटर बेलसंड- रिगौली बांध की मरम्मत में भारी लापरवाही की है और यह पानी के ठोकर को बर्दाश्त कर पाने की स्थिति में नहीं है। रेनकट्स व रैट होल तक बंधे के किनारे से हल्की फुल्की मिट्टी निकाल कर पाटा गया है। बारिश में मिट्टी बह रही है। सिचाई विभाग की उदासीनता देख बंधे के किनारे बसे चरगवां, नगवा, कानापार, महदेवा, बेलौहा, सिकंदराजीतपुर आदि गांवों के लोगों की चिता बढ़ गई है।
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-जर्जर बांध की मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति की गई है। बंधे की सुरक्षा के लिए विभाग समय रहते कोई इंतजाम नहीं करता है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है।
गोलू पासवान, ग्रामीण
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बाढ़ व बारिश प्रत्येक वर्ष जनता के लिए मुसीबत का सबब बन जाती है। बांध टूटने पर ही अधिकारी सक्रियता दिखाते हैं, तब तक किसानों की फसलें पानी में डूब जाती हैं।
राजकुमार, ग्रामीण
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समय रहते अगर बंधे की सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था नही की गई तो लोगों को फिर भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी। बंधे पर रात गुजारनी पड़ेगी। बंधा की मरम्मत में देर न की जाए।
रमेश सैनी, ग्रामीण
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प्रत्येक वर्ष क्षेत्र के तमाम गांव मैरूंड हो जाते हैं। इसके बाद भी विभागीय अधिकारी बांध पर मरम्मत कार्य समय से नहीं कराते हैं। बांध के मरम्मत कार्य में तेजी लाई जाए, वरना भारी बर्बादी होगी।
संजय कुमार, ग्रामीण
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भारी बारिश के कारण मरम्मत कार्य में बाधा उत्पन्न हुई है। मरम्मत का कार्य चल रहा है। कुछ स्थानों पर मिट्टी भरने का कार्य किया गया है।
विनोद कुमार, जेई सिंचाई विभाग