Vikas Dubey Encounter : विकास दुबे ने पुलिस पर चलाई गोली, जवाबी कार्रवाई में हुई मौत

Vikas Dubey Encounter Kanpur पुलिस की पिस्टल छीनकर भाग रहे गैंगस्टर विकास दुबे को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 11:14 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 04:36 PM (IST)
Vikas Dubey Encounter : विकास दुबे ने पुलिस पर चलाई गोली, जवाबी कार्रवाई में हुई मौत
Vikas Dubey Encounter : विकास दुबे ने पुलिस पर चलाई गोली, जवाबी कार्रवाई में हुई मौत

लखनऊ, जेएनएन। कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया है। आठ पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में विकास दुबे पर 5 लाख का इनाम था। पुलिस ने उस वक्त मुठभेड़ में विकास दुबे को मार गिराया जब वो गाड़ी पलटने के बाद ​पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश कर रहा था। इस मुठभेड़ में 4 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। एसटीएफ पूरी घटना आधिकारिक बयान देगी।

मुठभेड़ के बाद विकास दुबे के शव को कानपुर के हैलट अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। विकास दुबे को 4 गोली लगी थी। 3 गोली सीने में और ओक गोली हाथ लगी थी। इसके अलावा मुठभेड़ में घायल हुए पुलिस​कर्मियों को लाला लाजपत राय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। 2 पुलिसकर्मियों को गोली लगी है, दोनों की हालत अभी स्थिर है।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में कानपुर पुलिस के चार कर्मी घायल हुए हैं। जिसमें तीन सब इंस्पेक्टर हैं, एक कांस्टेबल है और दो एसटीएफ कमांडो को गंभीर चोट आई हैं। उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि कैसे सड़क हादसे के बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश और कैसे वो पुलिस की गोलियों का शिकार हो गया। उन्होंने यह भी बताया कि बिकरू शूटआउट मामले में अभी कितने अपराधी फरार हैं और कितने जेल जा चुके हैं। 

एडीजी ने बताया कि इनामी बदमाश विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार कर पुलिस और एसटीएफ की टीम शुक्रवार की सुबह कानपुर नगर ला रही थी।कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई। इस दौरान गाड़ी में सवार विकास दुबे और पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसी दौरान तभी विकास दुबे एक घायल पुलिसकर्मी की पिस्टल छीन कर भागने लगा। पुलिस टीम ने उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं माना और पुलिस टीम पर फायर करने लगा। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। इस दौरान विकास दुबे घायल हो गया. उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

एडीजी ने प्रशांत कुमार ने बताया कि कानपुर के बिकरू गांव में शूटआउट के बाद विकास दुबे समेत 21 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था। इसमें 60 से 70 अन्य अज्ञात लोग भी आरोपी हैं। इन आरोपियों में से पुलिस ने छह को एनकाउंटर में मार गिराया। तीन लोग गिरफ्तार हैं जबकि सात को 120बी के तहत जेल भेजा गया है। अब अभी इस मामले में 12 नामजद आरोपी वॉन्टेड हैं।

कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि करते हुए कहा कि गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे पुलिसवालों का हथियार छीनकर भाग रहा था। उसे सरेंडर करने का भी मौका दिया गया था, लेकिन विकास ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे को सीने और कमर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई।

आठ पुलिसकरमियों की हत्या का आरोप

गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर से विकास दुबे को पकड़ा गया था। इस दौरान वह जोर-जोर से चिल्ला रहा था कि मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला। इसके बाद उज्जैन पुलिस ने उसे देर रात यूपी एसटीएफ को सौंप दिया। विकास दुबे पर कानपुर के आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या करने का आरोप था। 

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