Fraud in Lucknow: ठगी के शिकार पीड़ित ने की विजिलेंस जांच की मांग, विवेचक पर आरोपित से साठगांठ का लगाया आरोप

लखनऊ की चौक कोतवाली में दर्ज जालसाज शशि प्रकाश वर्मा उर्फ अजय के खिलाफ ठगी के मुकदमें में विवेचक घोर लापरवाही बरत रहे हैं। मामले की विवेचना कर रहे दारोगा जगतपाल ने एक माह पूर्व दर्ज मुकदमें में आरोपित के खिलाफ अभी साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया नहीं शुरू की।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 09:30 AM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 10:12 AM (IST)
Fraud in Lucknow: ठगी के शिकार पीड़ित ने की विजिलेंस जांच की मांग, विवेचक पर आरोपित से साठगांठ का लगाया आरोप
लखनऊ की चौक कोतवाली में दर्ज 22 लाख की ठगी का मुकदमा।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। चौक कोतवाली में दर्ज जालसाज शशि प्रकाश वर्मा उर्फ अजय के खिलाफ ठगी के मुकदमें में विवेचक घोर लापरवाही बरत रहे हैं। मामले की विवेचना कर रहे दारोगा जगतपाल ने एक माह पूर्व दर्ज मुकदमें में आरोपित के खिलाफ अभी साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया नहीं शुरू की। यह आरोप लगाते हुए वादी मुकदमा देवेंद्र कुमार रस्तोगी निवासी सराय माली खां ठाकुरगंज ने जेसीपी कानून व्यवस्था को मामले की जांच किसी अन्य थाने अथवा इंस्पेक्टर से कराने की गुहार की है।

पीड़ित देवेंद्र कुमार रस्तोगी ने जालसाज का साथ देर रहे दारोगा जगतपाल सिंह के खिलाफ विजिलेंस जांच की भी मांग की है। देवेंद्र के मुताबिक उन्होंने बीती 29 जुलाई को शशि प्रकाश के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में चौक कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। देवेंद्र का आरोप है कि कानपुर रोड सरोजनीनगर नई बस्ती निवासी शशि प्रकाश ने उन्हें प्लाट और फ्लैट दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपये ले लिए थे। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब प्लाट और फ्लैट नहीं दिला सकें तो उनसे रुपयों की मांग की गई। जिस पर उन्होंने रुपये लौटाने से मना कर दिया और धमकी दी। देवेंद्र के मुताबिक मुकदमा दर्ज होने को एक माह हो गया। अबतक उसकी जांच ही नहीं शुरू हुई है। विवेचक दारोगा जगतपाल ने मुकदमें से संबंधित साक्ष्य संक्लन की प्रक्रिया ही नहीं शुरू की। इतना ही नहीं उन्होंंने कूट रचित दस्तावेज व प्रयोग में लाई गई अन्य सामग्री तक नहीं बरामद की है। न ही मुकदमें से संबंधित बैंक, कार्यालय को कोई पत्र लिखा है। विवेचक पूरी तरह से अरोपित को बचाने में लगे हैं और साक्ष्य मिटाने में लगे हैं। यह आरोप लगाते हुए विवेचना स्थानंतरण के लिए देवेंद्र ने जेसीपी को प्रार्थनापत्र दिया है। इंस्पेक्टर चौक विश्वजीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अभी जांच ट्रांसफर होने से संबंधित कोई पत्र उनके पास नहीं आया है।

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