UP Staff Nurse: अब स्टाफ नर्स को नहीं मिलेगा अतिरिक्त मानदेय, एनएचएम ने दो वर्षों के लिए रोका ये कार्यक्रम

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने नर्स परामर्श कार्यक्रम चलाने की स्वीकृति नहीं दी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 और वर्ष 2025-26 में इस कार्यक्रम के संचालन पर रोक लगा दी गई है। वे स्टाफ नर्स जो नर्स मेंटर के तौर पर अभी तक कार्य कर रहीं थीं। उन्हें सिर्फ स्टाफ नर्स का ही मानदेय दिया जाएगा। अलग से परामर्श कार्यक्रम का 5500 रुपये अतिरिक्त मानदेय नहीं मिलेगा।

By Ashish Kumar Trivedi Edited By: Shivam Yadav Publish:Sat, 30 Mar 2024 04:00 AM (IST) Updated:Sat, 30 Mar 2024 04:00 AM (IST)
UP Staff Nurse: अब स्टाफ नर्स को नहीं मिलेगा अतिरिक्त मानदेय, एनएचएम ने दो वर्षों के लिए रोका ये कार्यक्रम
अब स्टाफ नर्स को नहीं मिलेगा परामर्श का अतिरिक्त मानदेय।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने नर्स परामर्श कार्यक्रम चलाने की स्वीकृति नहीं दी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 और वर्ष 2025-26 में इस कार्यक्रम के संचालन पर रोक लगा दी गई है। 

वे स्टाफ नर्स जो नर्स मेंटर के तौर पर अभी तक कार्य कर रहीं थीं। उन्हें सिर्फ स्टाफ नर्स का ही मानदेय दिया जाएगा। अलग से परामर्श कार्यक्रम का 5,500 रुपये अतिरिक्त मानदेय नहीं मिलेगा। उन्हें स्टाफ नर्स का 20,500 रुपये मासिक मानदेय ही दिया जाएगा।

हर ब्लाक में एक स्टाफ नर्स को नर्स मेंटर के रूप में चयनित किया जा रहा था। उस ब्लाक में वह अस्पताल जहां प्रसव की सुविधा है, वहां तैनात नर्स, एएनएम व बेसिक हेल्थ वर्कर को यह सुरक्षित प्रसव के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतें इसके लिए प्रशिक्षित करतीं थी। दो-दो महीने की विशेष ट्रेनिंग देकर सुरक्षित प्रसव संबंधित कोर्स इन्हें पढ़ाया जा रहा था। 

अब 31 मार्च के बाद यह नहीं चलाया जाएगा। ऐसे में यह अपना मूल मानदेय ही पाएंगे। अब एक अप्रैल से इस परामर्श कार्यक्रम के तहत दिए जाने वाला अतिरिक्त मानदेय नहीं दिया जाएगा। एनएचएम की मिशन निदेशक डा. पिंकी जोवल की ओर से इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं।

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