UP PF Scam : ट्रस्ट के सचिव पीके गुप्ता के घर और दफ्तर में EOW का छापा, कब्जे में ली मोबाइल और डायरी

EOW ने भविष्य निधि घोटाले में UPPCL पूर्व निदेशक एपी मिश्र व पूर्व निदेशक (वित्त) सुधांशु द्विवेदी के घरों के बाद आगरा स्थित पूर्व सचिव ट्रस्ट पीके गुप्ता के घर में लंबी छानबीन की।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 08 Nov 2019 08:16 PM (IST) Updated:Sat, 09 Nov 2019 07:18 AM (IST)
UP PF Scam : ट्रस्ट के सचिव पीके गुप्ता के घर और दफ्तर में EOW का छापा, कब्जे में ली मोबाइल और डायरी
UP PF Scam : ट्रस्ट के सचिव पीके गुप्ता के घर और दफ्तर में EOW का छापा, कब्जे में ली मोबाइल और डायरी

लखनऊ, जेएनएन। आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (EOW) ने भविष्य निधि घोटाले (UP PF Scam) में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) पूर्व निदेशक एपी मिश्र व पूर्व निदेशक (वित्त) सुधांशु द्विवेदी के घरों के बाद शुक्रवार को ट्रस्ट के तत्कालीन सचिव पीके गुप्ता के आगरा स्थित घर में लंबी छानबीन की। ईओडब्ल्यू ने पीके गुप्ता का मोबाइल व कुछ दस्तावेज कब्जे में लेने के साथ ही उनके कार्यालय से एक डायरी भी जब्त की है। ईओडब्ल्यू ने आरोपित एपी मिश्र व सुधांशु द्विवेदी से दिनभर कई चरणों में पूछताछ की। डीजी ईओडब्ल्यू डॉ.आरपी सिंह का कहना है कि आरोपितों से पूछताछ में सामने आए तथ्यों का परीक्षण कराया जा रहा है। अब तक की जांच में ईओडब्ल्यू के हाथ कई ठोस साक्ष्य लगे हैं।

ईओडब्ल्यू ने बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के भविष्य निधि की रकम को निजी कंपनी में निवेश करने के निर्णय को लेकर एपी मिश्र व सुधांशु द्विवेदी से अलग-अलग सवाल पूछे गए। ईओडब्ल्यू शनिवार को तीनों आरोपितों को एक साथ बिठाकर पूछताछ करने की तैयारी भी कर रही है। एपी मिश्र व सुधांशु के घर से बरामद सीपीयू, पैन ड्राइव, लैपटॉप व अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों को जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैब भेजने की तैयारी भी कर रही है। बताया गया कि पीके गुप्ता को शुक्रवार रात वापस लखनऊ ले आ गया। ईओडब्ल्यू ने पीके गुप्ता से नोएडा में रियल एस्टेट का कारोबार करने वाले उनके बेटे के बारे में भी जानकारियां जुटाने का प्रयास किया। हालांकि पीके गुप्ता का बेटा अब तक जांच एजेंसी के सामने नहीं आया है। माना जा रहा है कि उससे पूछताछ में कई नए तथ्य सामने आ सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि 4122.70 करोड़ के भविष्य निधि घोटाले के मामले में हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई गई है। शासन के निर्देश पर इस मुकदमे की विवेचना ईओडब्ल्यू कर रही है। शासन ने पूरे प्रकरण की सीबीआइ जांच कराने की सिफारिश भी है। हलांकि सीबीआइ ने अपना रुख अब तक स्पष्ट नहीं किया है।

डीएचएफएल कर्मी को भी बुलाया

ईओडब्ल्यू ने शुक्रवार को निजी कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के एक पूर्व कर्मचारी से पूछताछ की। वह आरोपित सचिव ट्रस्ट पीके गुप्ता के संपर्क में था। डीआइजी ईओडब्ल्यू हीरालाल ने बताया कि शनिवार को डीएचएफएल के एक कर्मचारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पूरे प्रकरण में कई बिंदुओं पर पड़ताल की जा रही है।

एपी मिश्र व सुधांशु द्विवेदी के घर भी पड़ चुका छापा

इससे पहले ईओडब्ल्यू ने भविष्य निधि घोटाले में गुरुवार सुबह लखनऊ जेल में बंद आरोपित पावर कारपोरेशन पूर्व निदेशक एपी मिश्र, पूर्व निदेशक (वित्त) सुधांशु द्विवेदी व सचिव ट्रस्ट पीके गुप्ता को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर दिनभर पूछताछ की। इस दौरान एपी मिश्र ने पीके गुप्ता का सामना करने से इन्कार कर दिया। सवाल यह भी है कि आखिर एपी मिश्र सामने से क्यों बचने का प्रयास कर रहे हैं। ईओडब्ल्यू ने एपी मिश्र व सुधांशु द्विवेदी को आमने-सामने बैठाकर करीब आधे घंटे तक भविष्य निधि की रकम को निजी कंपनी में निवेश को लेकर सवाल-जवाब किए। सुधांशु व पीके गुप्ता का भी आमना-सामना कराया गया। देर शाम ईओडब्ल्यू ने एपी मिश्र व सुधांशु द्विवेदी के घरों पर छापा मारा। एपी मिश्र के आफिस में भी छानबीन की गई।

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