UP COVID-19 News: कोरोना की चेन तोड़ने को शहर के बाद अब गांव पर फोकस, संक्रमित बच्चे किए जाएंगे चिह्नित

UP COVID-19 News ग्रामीण सीएचसी पर 15 बेड पर आक्सीजन की सुविधा। लगेंगे आक्सीजन प्लांट तैनात होंगे आयुष के डाक्टर। गांवों में भी कोरोना संक्रमित बच्चे किए जाएं चिह्नित। बाल आयोग के अध्यक्ष ने अफसरों को दिए निर्देश।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 03:18 PM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 03:18 PM (IST)
UP COVID-19 News: कोरोना की चेन तोड़ने को शहर के बाद अब गांव पर फोकस, संक्रमित बच्चे किए जाएंगे चिह्नित
UP COVID-19 News: गांवों में भी कोरोना संक्रमित बच्चे किए जाएं चिह्नित।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। UP COVID-19 News: कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में सर्तकता और बढ़ा दी गई है। गांव में लोगों की स्क्रीनिंग से लेकर संक्रमित होने पर उन्हें इलाज की सुविधा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर ही मिले इस पर जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों की सीएचसी पर ऑक्सीजन की सुविधा युक्त 15 बेड होंगे। सभी जिलों में जिला अस्पताल व महिला अस्पतालों के बाद घनी आबादी वाले इलाके में स्थित सीएचसी पर भी ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। 

सीएचसी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों की पीएचसी पर भी पर्याप्त पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध हो इसके लिए जल्द भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। वहीं, अब आयुष के डॉक्टरों को भी तैनात किया जाएगा। दूसरी लहर, के बाद संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए राज्य सरकार अभी से पुख्ता इंतजाम करने में जुटी हुई है। राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कांटेक्ट ट्रेसिंग और तेज करने व लक्षण युक्त रोगियों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। यही, नहीं कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान को भी तेज किया जाएगा। निरक्षर, दिव्यांग व निराश्रित लोगों का पंजीकरण कराने में स्वास्थ्यकर्मी मदद करेंगे। प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) बनाया जाएगा। 15 दिनों में हर जिले में एक-एक पीकू की स्थापना होगी। पहले चरण में महिला अस्पताल में यह बनाए जाएंगे।

कोरोना संक्रमित बच्चे किए जाएं चिह्नित: उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता ने मंगलवार को अफसरों को गांवों में भी कोविड-19 प्रभावित बच्चों को चिह्नित कर उन्हें पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा बहू व ग्राम प्रधान की निगरानी समिति के माध्यम से प्रभावित बच्चों का चिह्नांकन किया जाए। बाल आयोग के अध्यक्ष ने झांसी, चित्रकूट व प्रयागराज मंडल की वर्चुअल समीक्षा बैठक में कहा कि सभी जिलों में अनाथ व बेसहारा बच्चों को खोजने व पुनर्वास के कार्यक्रम में तेजी लाई जाए। पुलिस को निर्देश दिया कि जो बच्चे पकड़े जाएं उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश कर कार्रवाई की जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि सभी संक्रमित बच्चों के परिवारों का पूरा लेखा-जोखा रखें। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों से कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान जो बच्चे अवसाद ग्रस्त हुए हैं, उनकी काउंसलिंग कराई जाए। अध्यक्ष ने जिलों में स्थापित होने वाले पीडियाट्रिक वार्ड की स्थिति की भी समीक्षा की।

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