मंत्रियों और विधायकों के भाजपा को छोड़ने पर सिद्धार्थ नाथ सिंह बोले- निजी लाभ के लिए पार्टी को छोड़ा

UP Vidhansabha Chunav 2022 सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा भाजपा तो जनता से फीडबैक लेकर टिकट देती और काटती है। इसी बीच जब आपको पता चलता है कि आप की स्थिति ठीक नहीं है तो आप भागोगे। उन्होंने कहा अखिलेश यादव जी के दरवाजे सभी के लिए हमेशा खुले हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 14 Jan 2022 01:14 PM (IST) Updated:Fri, 14 Jan 2022 01:37 PM (IST)
मंत्रियों और विधायकों के भाजपा को छोड़ने पर सिद्धार्थ नाथ सिंह बोले- निजी लाभ के लिए पार्टी को छोड़ा
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इन सभी को बेहद अवसरवादी बताया

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले तीन मंत्रियों के सहित 15 विधायकों के भारतीय जनता पार्टी को छोड़ देने पर उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता तथा कैबिनेट मंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इन सभी को बेहद अवसरवादी बताया है।

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी तो जनता से फीडबैक लेकर टिकट देती और काटती है। इसी बीच जब आपको पता चलता है कि आप की स्थिति ठीक नहीं है तो आप भागोगे। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जी के दरवाजे सभी के लिए हमेशा खुले हैं। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश जी सबको भर्ती कर लो, हमें कोई ऐतराज नहीं है। परिणाम वो ही आएगा भाजपा 300 के पार।

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि तीन मंत्रियों तथा इन विधायकों के भारतीय जनता पार्टी को छोडऩे के कई कारण हैं। इनमें से कुछ तो अपने निजी फायदे के लिए जा रहे हैं, जबकि दूसरों को डर है कि उन्हें अपनी पसंद के निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं मिलेगा। इन सभी लोगों ने पांच वर्ष तक भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार में रहकर मलाई खाने का काम किया है। बड़ी जिम्मेदारी सामने आने पर भागने में लगे हैं। भाजपा के पास इनके कई विकल्प तैयार हैं। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि जो लोग दलितों और पिछड़ों की बात करके पार्टी छोड़ रहे हैं। वह बस इतना बता दें कि सरकार की योजनाओं का लाभ किस शहजादे को मिला।

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी पार्टी छोडऩे वाले मंत्रियों तथा विधायकों पर लगातार हमला बोला था। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि ओबीसी समाज को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रतिनिधित्व जितना भाजपा में मिला है उतना किसी सरकार में नहीं मिला। हमारे लिए पी का अर्थ पिछड़ों का उत्थान है। कुछ लोगों के लिए पी का अर्थ सिर्फ पिता-पुत्र-परिवार का उत्थान होता है। उन्होंने कहा कि जिन्हें 'डबल इंजन' की ट्रेन का टिकट नहीं मिल रहा उन्हें टीपू सुल्तान अपने डग्गामार वाहन का 'ब्लैक' में टिकट दे रहे हैं।

स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि सपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली ही सूची से साबित कर दिया कि- ये नई नहीं, वही सपा है। वही सपा है- दंगाराज वाली। वही सपा है- भ्रष्टाचार वाली। वही सपा है- तुष्टिकरण वाली। वही सपा है- पलायन को शह देने वाली। वही सपा है- माफियाओं के संरक्षण वाली। यही बबुआ का समाजवाद है। 

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