UP Board Exam 2021: 10वीं व 12वीं में प्रमोट करने के फार्मूले पर यूपी बोर्ड ने पेरेंट्स व स्टूडेंट्स मांगी राय

UP Board 10th 12th Exam 2021 यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा रद होने के बाद विद्यार्थियों को प्रोन्नति देने के लिए फार्मूला तैयार किया जा रहा है। वार्षिक परीक्षा व प्री बोर्ड के औसत अंकों के आधार पर ही प्रोन्नति देने का अभी तक सलाह मिली है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 12:23 PM (IST)
UP Board Exam 2021: 10वीं व 12वीं में प्रमोट करने के फार्मूले पर यूपी बोर्ड ने पेरेंट्स व स्टूडेंट्स मांगी राय
यूपी बोर्ड की परीक्षा रद होने के बाद विद्यार्थियों को प्रोन्नति देने के लिए फार्मूला तैयार किया जा रहा है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा रद होने के बाद अब 56 लाख विद्यार्थियों को प्रोन्नति देने के लिए फार्मूला तैयार किया जा रहा है। सोमवार को इस सिलसिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों व अभिभावकों के साथ एक आनलाइन बैठक आयोजित की। बैठक में वार्षिक परीक्षा व प्री बोर्ड के अंकों के औसत अंकों के आधार पर ही छात्रों को प्रोन्नति देने की सलाह अभिभावकों व शिक्षकों ने दी। प्रोन्नति के संबंध में कोई भी शिक्षाविद, अभिभावक, छात्र व आमजन ईमेल आइडी upboardexamination@gmail.com पर मेल कर अपने सुझाव दे सकता है।

अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा) आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में हुई वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजकीय व अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों व अभिभावक संघों के प्रतिनिधियों से इस मुद्दे पर चर्चा की गई। बैठक में सलाह दी गई कि इंटरमीडिएट का परीक्षाफल कक्षा 10 में प्राप्त प्रतिशत, कक्षा 11 के अर्द्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा और कक्षा 12 की प्री बोर्ड परीक्षा के औसत अंकों के आधार पर तैयार किया जाए।

सर्वोदय इंटर कालेज फतेहपुर के प्रधानाचार्य जवाहर सिंह राठौर ने सुझाव दिया कि हाईस्कूल का रिजल्ट कक्षा नौ की वार्षिक परीक्षा तथा कक्षा 10 की प्री बोर्ड या अर्द्धवार्षिक परीक्षा के अंकों के आधार पर छात्रों को प्रोन्नति दी जाए। फतेहपुर अभिभावक संघ के अध्यक्ष आत्माराम ने सुझाव दिया कि हाईस्कूल का रिजल्ट कक्षा 10 के प्री-बोर्ड व कक्षा नौ की वार्षिक परीक्षा के औसत अंकों के आधार पर ही तैयार किया जाए।

महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज चंदौली के प्रधानाचार्य डा.रामचंद्र शुक्ला ने सुझाव दिया कि कक्षा 10 व कक्षा 12 की प्री-बोर्ड परीक्षा के अंकों को ज्यादा महत्व दिया जाए। हंसनगर इंटर कालेज गाजियाबाद के प्रधानाचार्य डा.सुखपाल सिंह तोमर ने अर्द्धवार्षिक व प्री-बोर्ड परीक्षा में किन्हीं कारणों से शामिल न हो पाने वाले छात्रों को न्यूनतम उत्तीर्ण अंक देने की मांग की। राजकीय इंटर कालेज आगरा के प्रधानाचार्य अरुण कुमार सिंह ने प्राइवेट परीक्षार्थियों का मुद्दा उठाया। बैठक में विशेष सचिव (माध्यमिक शिक्षा) उदय भानु त्रिपाठी व जय शंकर दुबे भी मौजूद रहे।

बोर्ड परीक्षा के लिए जिला मुख्यालय पर बनाएं एक केंद्र : बैठक में हिंदू-मुस्लिम इंटर कालेज दुर्गास्थान, गाजीपुर के प्रधानाचार्य जियारत हुसैन ने सुझाव दिया कि ऐसे विद्यार्थी जो बोर्ड परीक्षा देना चाहते हैं तो उन्हें अंक सुधार का मौका मिलना चाहिए। ऐसे विद्यार्थियों के लिए जिला मुख्यालय पर स्थित किसी राजकीय इंटर कालेज में परीक्षा केंद्र बनाया जाए।

आनलाइन कक्षाएं शुरू करें माध्यमिक स्कूल : अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा) आराधना शुक्ला ने निर्देश दिए कि जब तक कोरोना महामारी के कारण स्कूलों में भौतिक रूप से कक्षाएं शुरू नहीं हो रही हैं, तब तक आनलाइन कक्षाएं पढ़ाई जाएं। उन्होंने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए कि आनलाइन कक्षाएं बेहतर ढंग से चलें, इसके लिए वह स्कूलों से बेहतर संवाद स्थापित करें।

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