UP Board 10th & 12th Result 2020 : यूपी बोर्ड ने कोरोना संकट को दी मात, बनाए कई रिकॉर्ड

UP Board 10th 12th Result 2020 पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है ऐसे समय यूपी बोर्ड ने कॉपियों का मूल्यांकन केवल 23 दिन में पूरा करके सबसे पहले रिजल्ट दिया।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sun, 28 Jun 2020 08:44 PM (IST) Updated:Sun, 28 Jun 2020 08:48 PM (IST)
UP Board 10th & 12th Result 2020 : यूपी बोर्ड ने कोरोना संकट को दी मात, बनाए कई रिकॉर्ड
UP Board 10th & 12th Result 2020 : यूपी बोर्ड ने कोरोना संकट को दी मात, बनाए कई रिकॉर्ड

लखनऊ, जेएनएन। UP Board 10th & 12th Result 2020 : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 का रिजल्ट देने के साथ ही कई रिकॉर्ड बनाए हैं। सबसे अहम यह है कि पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है, ऐसे समय यूपी बोर्ड ने चरणवार कॉपियों का मूल्यांकन केवल 23 दिन में पूरा करके अन्य बोर्डों के मुकाबले सबसे पहले रिजल्ट देकर मानों कोरोना को सही मायने में मात दी है।

इस बार महज 15 दिन परीक्षा चली थी और मूल्यांकन पर समय पर शुरू हुआ लेकिन, कोरोना ने खलल डाली। शासन व बोर्ड प्रशासन ने उससे हार नहीं मानी। इसी तरह बोर्ड प्रशासन ने परीक्षा का कार्यक्रम 10 माह पहले घोषित किया था। साथ ही परीक्षा केंद्र निर्धारण में सख्ती करके कमी की गई। परीक्षा में कॉपियों की अदला-बदली रोकने के लिए चार रंगों की उत्तर पुस्तिकाओं का प्रयोग किया गया और संवेदनशील जिलों में सिली हुई उत्तर पुस्तिकाओं पर परीक्षा कराई।

परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या घटी : यूपी बोर्ड की 2018 की परीक्षा को दस लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने छोड़ दिया था। यह इसलिए हुआ कि नकल पर विशेष सख्ती की गई। 2019 में परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या छह लाख से अधिक रही है, जबकि इस वर्ष केवल 3,53,680 परीक्षार्थियों ने ही इम्तिहान से किनारा किया, इसमें सर्वाधिक संख्या हिंदी विषय की है। हालांकि बोर्ड ने पहले परीक्षा छोड़ने वालों का आंकड़ा चार लाख से अधिक बताया था।

बालिकाओं का रिजल्ट प्रतिशत बेहतर : बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 79.88, बालिकाओं का 87.29 रहा है। सभी परीक्षार्थियों में बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों से 7.41 प्रतिशत अधिक है। ऐसे ही संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण प्रतिशत से 18.41 अधिक है। इंटर में बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 68.88 व बालिकाओं का 81.96 रहा है। सभी परीक्षार्थियों में बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों के उत्तीर्ण प्रतिशत से 13.08 अधिक है। हाईस्कूल के उलट इंटर में संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत व्यक्तिगत परीक्षार्थियों से 0.16 प्रतिशत अधिक है। हाईस्कूल में संस्थागत व व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण प्रतिशत में करीब 18.41 प्रतिशत का अंतर है।

कोरोना संक्रमण के बीच रिजल्ट निकालना सपने जैसा : उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षाओं में पूरी पारदर्शिता बरती गई। परीक्षा सिर्फ 15 दिनों में हुई। वायरस रिकार्डर व सीसीटीवी कैमरे लगाकर लाइव वेब टेलीकास्टिंग के माध्यम से परीक्षा केंद्रों की निगरानी की गई। चार रंग की क्रमांकित उत्तर पुस्तिका दी गईं, ताकि कापी ट्रांसप्लांट की गुंजाइश न रहे। कोरोना संक्रमण के बीच बचाव के सभी उपाय कर परीक्षा में शामिल हुए 52.57 लाख विद्यार्थियों की 2.82 करोड़ कापियों का मूल्यांकन किया गया। समय रहते रिजल्ट घोषित किया गया। वह सुधार के लिए हर चुनौती सहर्ष स्वीकार करेंगे।

हाईस्कूल का उत्तीर्ण प्रतिशत

वर्ष : बालक :  बालिका  2015 : 79.73 : 88.34  2016 : 84.82 : 91.11  2017 : 76.75 : 86.50  2018 : 72.27 : 78.81  2019 : 76.66 82.98

इंटर का उत्तीर्ण प्रतिशत वर्ष : बालक : बालिका  2015 : 85.91 : 92.16  2016 : 84.35 : 92.48  2017 : 77.16 : 88.80  2018 : 67.36 : 78.44  2019 : 64.40 : 76.46 

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