प्रशिक्षण और मनोबल रीढ़ की हड्डी के समान : सेनानायक

लखीमपुर : एसएसबी की 70वीं वाहिनी के कार्यवाहक सेनानायक नरायण राम खादव ने कहा कि प्रशिक्षण और मनोबल

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 May 2018 11:56 PM (IST) Updated:Mon, 28 May 2018 11:56 PM (IST)
प्रशिक्षण और मनोबल रीढ़ की हड्डी के समान : सेनानायक
प्रशिक्षण और मनोबल रीढ़ की हड्डी के समान : सेनानायक

लखीमपुर : एसएसबी की 70वीं वाहिनी के कार्यवाहक सेनानायक नरायण राम खादव ने कहा कि प्रशिक्षण और मनोबल किसी भी वर्दीधारी बल की रीढ़ की हड्डी होते हैं। आज कल जिस तरह से कार्रवाई करनी पड़ती है, उसे देखते हुए प्रत्?येक जवान को हर लिहाज से स्?वावलंबी होना होता है। उनको हथियारों को चलाने की योग्?यता, नक्?शों की समझ व अपने आसपास की अच्छी भौगोलिक जानकारी होनी चाहिए।

एसएसबी के कार्यवाहक सेनानायक नरायण राम खादव तिकुनिया भारत-नेपाल सीमा पर चल रहे सात दिवसीय प्रचालन सतर्कता अभ्यास के समापन अवसर पर ग्राम बरसोला कला एसएसबी कैंप के जवानों को संबोधित कर उनका उत्साह बढ़ा रहे थे। उन्होंने कहा कि एसएसबी को जिस तरह से विभिन्न कार्य करने पड़ते हैं, उसे देखते हुए इसके प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में भी आवश्यकतानुसार सुधार किया जाता है। इसी के तहत जवानों को कई तरह के अभ्?यास कराए जाते हैं। आत्मघाती व आतंकवादी हमलों को नेस्तनाबूद करने के कठिन अभ्यास से जवानों में आत्मविश्वास आता है, मनोबल के साथ ही कार्य क्षमता बढ़ती है। यह सारी चीजें वास्?तविक परिस्थितियों में संघर्ष के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होती हैं। सेनानायक ने बताया कि वर्तमान समय में एसएसबी भारत - नेपाल और भारत - भूटान सीमा की सुरक्षा के साथ देश की आंतरिक सुरक्षा भी कर रही है। उन्होंने कुशलता के साथ किए गए अभ्यास पर जवानों की प्रशंसा की और सराहनीय योगदान के लिए धन्यवाद भी कहना नहीं भूले। इससे पूर्व बरसोला कला कैंप प्रभारी दीपक उपाध्याय ने बोर्ड पर चित्र बनाकर जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर उप निरीक्षक दीपक, सहायक उप निरीक्षक मनोज कुमार, नरेंद्र कुमार हवलदार आदर्श कुमार, संतोष कुमार, सोने लाल, आशीष, श्यामेंद्र, राकेश रंजन, सिपाही दिवाकर यादव, मोरे विकास, योगेंद्र इत्यादि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी