Kamlesh Tiwari Murder : वसीम रिजवी समेत तीन अन्य भी थे हिटलिस्ट में, आरोपित बोले- खफा थे कट्टरवादी संगठन Lucknow News

शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन रिजवी ने रामजन्म भूमि पर बनाई थी फिल्म। हिंदू समाज पार्टी के पश्चिमी यूपी प्रभारी और गुजरात की महिला को मारने की थी योजना।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Fri, 25 Oct 2019 09:55 AM (IST) Updated:Fri, 25 Oct 2019 06:14 PM (IST)
Kamlesh Tiwari Murder : वसीम रिजवी समेत तीन अन्य भी थे हिटलिस्ट में, आरोपित बोले- खफा थे कट्टरवादी संगठन  Lucknow News
Kamlesh Tiwari Murder : वसीम रिजवी समेत तीन अन्य भी थे हिटलिस्ट में, आरोपित बोले- खफा थे कट्टरवादी संगठन Lucknow News

लखनऊ [ज्ञान बिहारी मिश्र]। कमलेश तिवारी के हत्यारोपितों के निशाने पर शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी समेत तीन अन्य लोग भी थे। कमलेश की हत्या के कुछ दिन बाद वसीम को भी मारने की योजना थी। पूछताछ में पता चला है कि वसीम ने राम जन्मभूमि नाम से एक फिल्म बनाई थी, जिसको लेकर काफी विवाद हुआ था। इससे कई कट्टरवादी संगठन नाराज थे। इसके अलावा हरियाणा की एक महिला समेत तीन अन्य लोग भी इनकी हिटलिस्ट में थे। 

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हत्यारोपितों की सूची में हिंदू समाज पार्टी के पश्चिमी यूपी प्रभारी गौरव गोस्वामी भी शामिल थे। अशफाक और मोइनुद्दीन ने गौरव से बात कर इटावा आने को कहा था, लेकिन किसी कारण से उन्होंने इन्कार कर दिया था। आरोपित कमलेश के साथ-साथ गौरव को भी मारने की तैयारी में थे। यही नहीं आरोपित हरियाणा में रहने वाली महिला सोनू डांगर की भी हत्या करना चाहते थे। आरोपितों ने खुफिया एजेंसियों को बताया कि सोनू सोशल मीडिया पर धार्मिक टिप्पणी करती है, जिसके कारण उन्होंने महिला को मारने की योजना बनाई थी। 

खुफिया एजेंसियां सक्रिय

कट्टरपंथियों के निशाने पर तीन अन्य लोगों के नाम सामने आने के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। गौरतलब है कि वसीम रिजवी को पहले भी कई धमकियां मिल चुकी हैं। वहीं गौरव ने भी उनकी हत्या किए जाने की आशंका जताई है। गौरव सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय हैं और अब भी लगातार पोस्ट डाल रहे हैं। यूपी पुलिस ने गुजरात और हरियाणा पुलिस को सोनू पर हमले की योजना की जानकारी दे दी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सोनू सोशल मीडिया के अलावा सार्वजनिक स्थलों पर सक्रिय रहती हैं। 

सोचा नहीं था इतना बड़ा मुद्दा बनेगा

आरोपितों ने पूछताछ में कहा कि उन्होंने इसका जरा भी इल्म नहीं था कि कमलेश की हत्या इतना बड़ा मुद्दा बन जाएगा। उन्हें लगा कि सामान्य हत्याकांड की तरह जिले की पुलिस उनके बारे में पता लगाएगी और फिर सबकुछ शांत हो जाएगा। हालांकि, मददगारों से उन्हें पता चला कि उनके पीछे एसटीएफ, एटीएस व लखनऊ पुलिस के अलावा गुजरात व कर्नाटक की पुलिस भी पड़ी है तो उन्होंने सरेंडर करने की योजना बनाई थी।

लखनऊ कनेक्शन से इन्कार नहीं

इस पूरे वारदात में एक के बाद कुल आठ लोगों के पकड़े जाने के बाद लखनऊ कनेक्शन से इन्कार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने हत्या से कुछ देर पहले आरोपितों के साथ सीसी फुटेज में कैद हुई महिला से पूछताछ की है। सूत्रों के मुताबिक बरेली के मददगार नावेद को पकड़ा गया है, जिसे लखनऊ लाया जा रहा है। नावेद से पूछताछ के बाद आरोपितों के महिला से संबंध और राजधानी कनेक्शन की पुष्टि होगी।

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