पर्यावरण प्रदूषण से लेकर संरक्षण तक की कहानी, चेहरे की जुबानी Lucknow news
कला एवं शिल्प महाविद्यालय के 108वें वार्षिकेत्सव में छात्रों ने फेस पेंटिंग में दिखाई प्रतिभा
लखनऊ, जेएनएन। वैसे तो सभी आईने में अपना चेहरा देखते हैं लेकिन जब चेहरा ही आईना बन जाए तो संदेश दूर तक जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ आर्ट्स कॉलेज में आयोजित फेस पेंटिंग प्रतियोगिता के दौरान जब एक छात्र ने पर्यावरण प्रदूषण से लेकर उसके संरक्षण तक की कहानी अपने चेहरे से बयां कर दी।
कला एवं शिल्प महाविद्यालय के 108वें वार्षिक उत्सव में बुधवार को छात्र-छात्राओं ने फेस पेंटिंग प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
क्षेत्रीय ललित कला अकादमी के प्रभारी वेणु गोपाल परासर मुख्य अतिथि रहे। प्रिंसिपल डॉ. संजीव किशोर गौतम ने स्वागत किया।
प्रतियोगिता में शामिल विद्यार्थियों में समीक्षा जैन, स्वेच्छा जैन, शिवानी यादव, समीक्षा सिंह, हामना फातिमा, अनामिका यादव, प्रीती लता, आयुषी जयराज, नैनी सैनी, वलिया फातिमा, दीप शिखा गुप्ता, सौम्या रस्तोगी, अंक्षाशु, वैभव, धर्मसेन पाल, अल्का पाण्डेय, विदिशा, माधवी, दीपू गुप्ता समेत अन्य मौजूद रहे।