एटीएम से छेड़छाड़ कर रुपये निकालने वालों को एसटीएफ ने दबोचा

एसटीएफ ने 10 हजार के इनामिया को दबोचा। बैंक ऑफ बड़ौदा की एटीएम मशीनों में लगाया था सेंध।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 29 Dec 2018 08:40 AM (IST) Updated:Sat, 29 Dec 2018 08:51 AM (IST)
एटीएम से छेड़छाड़ कर रुपये निकालने वालों को एसटीएफ ने दबोचा
एटीएम से छेड़छाड़ कर रुपये निकालने वालों को एसटीएफ ने दबोचा

लखनऊ, जेएनएन। एसटीएफ ने बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम से छेड़छाड़ कर करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में दो आरोपित पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सीओ एसटीएफ प्रमेश शुक्ला के मुताबिक एक आरोपित के खिलाफ 10 हजार का इनाम घोषित था। सभी के खिलाफ एसटीएफ के साइबर थाना में एफआइआर दर्ज की गई थी। 

पकड़े गए आरोपितों में श्रावस्ती के मल्लीपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार और गोंडा के कोतवाली देहात ओमनिया निवासी संदीप श्रीवास्तव कई माह से फरार चल रहे थे। सीओ के मुताबिक बैंकों को एटीएम में कैश अपलोड करने वाली कंपनी सीक्योर वैल्यू इंडिया लिमिटेड के शाखा प्रबंधक आशीष मिश्र ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बहराइच जिले में बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम मशीन में कैश अपलोड करने का काम उनकी कंपनी के पास है।

आरोप है कि एटीएम से छेड़छाड़ कर कंपनी के कस्टोडियन ने ही 35 लाख से अधिक रुपये निकाल लिए थे। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद एसटीएफ ने 25 अक्टूबर को दो लोगों को पकड़ा था, लेकिन मुख्य आरोपित धर्मेंद्र और साथी संदीप फरार हो गए थे। धर्मेंद्र पर 10 हजार का इनाम भी घोषित था। आरोपित को एसटीएफ ने कमता तिराहे से पकड़ा है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह करीब एक साल से कंपनी में काम कर रहे थे। कंपनी एजीएस ट्रांजेक्ट टेक्नोलॉजी नाम की दूसरी कंपनी के माध्यम से काम कराती थी। आरोपितों ने एटीएम के इंजीनियर फैजल खां से यूजर आइडी व पासवर्ड दे दिया था। इसी के माध्यम से उन लोगों ने ठगी कर करोड़ों रुपये पार कर दिए।

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