फतेहपुर के हनुमान मंदिर में दस्यु ददुआ की मूर्ति स्थापित

फतेहपुर के कबरहा के हनुमान मंदिर में आखिर दस्यु ददुआ व उसकी पत्नी की मूर्ति भंडारे के दिन आज लगा दी गई। इस दौरान ददुआ पर फिल्म बना रहे फिल्म निदेशक रईस खान ने कलाकारों के साथ शूटिंग का मुहूर्त शॉट लिया।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sun, 14 Feb 2016 09:23 PM (IST) Updated:Sun, 14 Feb 2016 10:31 PM (IST)
फतेहपुर के हनुमान मंदिर में दस्यु ददुआ की मूर्ति स्थापित

लखनऊ। फतेहपुर के कबरहा के हनुमान मंदिर में आखिर दस्यु ददुआ व उसकी पत्नी की मूर्ति स्थापित कर दी गई। मूर्ति अनावरण के लिए लोकनिर्माण मंत्री शिवपाल यादव को आना था लेकिन ऐन वक्ता पर उनके कार्यक्रम के निरस्त होने पर आचार्यों की मौजूदगी में मूर्ति स्थापित कर दी गई।

मूर्ति आज इस मंदिर में भंडारे के दिन सुबह 11 बजे लगाई गई। इसके बाद ददुआ की मूर्ति देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह आठ बजे शुरू हुए भंडारे में देर रात तक प्रसाद खाने वालों का रेला लगा रहा। इस दौरान ददुआ पर फिल्म बना रहे फिल्म निदेशक रईस खान ने कलाकारों के साथ शूटिंग का मुहूर्त शॉट लिया।

डकैत ददुआ के बनवाये हनुमान मंदिर का स्थापना दिवस समारोह पिछले दस दिन से चल रहा है। आयोजक पूर्व सांसद बालकुमार ने मंदिर में अपने माता-पिता व भाई ददुआ व भाभी की मूर्ति लगवाने का एलान किया था। अघोषित तौर पर तय था कि भंडारे के दिन दस्यु ददुआ की मूर्ति का अनावरण किया जा सकता है। भंडारे में शिवपाल के आने का कार्यक्रम मिलने के साथ ही प्रशासन सतर्क था। कल हेलीपैड तैयार किया गया। सुबह अधिकारी व नेता भी अगवानी के लिए पहुंच गए। अचानक दस बजे सूचना आई कि शिवपाल का कार्यक्रम निरस्त हो गया है। योजना यह थी कि शिवपाल के जाने के बाद ददुआ की मूर्ति लगाई जाएगी।

बालकुमार, ददुआ के पुत्र कर्वी विधायक वीर सिंह, भतीजा पट्टी विधायक रामसिंह सहित अन्य परिवारीजन ने शिवकुमार सिंह उर्फ ददुआ व पत्नी श्रीमती केतकी उर्फ बड़ी बुइया की मूर्ति का अनावरण किया। बांदा, चित्रकूट, प्रतापगढ़ सहित प्रदेश के करीब बीस जिलों के लोग भंडारे में पहुंचे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तीन सेक्शन पीएसी व आठ थानों को फोर्स मुस्तैद थी। भंडारे के लिए 19 पंडाल बनाये गये थे। इसकी व्यवस्था आसपास के गांवों के लोग संभाले रहे।

गुप्त रिपोर्ट पर निरस्त हुआ कार्यक्रम

लोकनिर्माण मंत्री शिवपाल यादव का कार्यक्रम ऐन वक्त पर निरस्त होने से पीछे यह माना जा रहा है कि उन्हें गुप्त रिपोर्ट में यह बताया गया कि आयोजक भंडारे के ही दिन दस्यु ददुआ की मूर्ति लगाएंगे। सियासी बखेड़ा नहीं खड़ा हो, इसलिए कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया।

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