देशी पटरी पर दौड़ेगी स्पेन की हाईस्पीड ट्रेन टैल्गो

भारत की जिन पटरियों पर एक्सप्रेस ट्रेनें बमुश्किल 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ रही हैं, उस पर आरडीएसओ 180 किलोमीटर की गति से स्पेन की हाईस्पीड ट्रेन टैल्गो दौड़ाएगा। स्पेन सरकार भारत को ट्रायल के लिए टैल्गो का एक रैक देगी।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2015 12:09 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2015 12:15 PM (IST)
देशी पटरी पर दौड़ेगी स्पेन की हाईस्पीड ट्रेन टैल्गो

लखनऊ [निशांत यादव] । भारत की जिन पटरियों पर एक्सप्रेस ट्रेनें बमुश्किल 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ रही हैं, उस पर आरडीएसओ 180 किलोमीटर की गति से स्पेन की हाईस्पीड ट्रेन टैल्गो दौड़ाएगा।

स्पेन सरकार भारत को ट्रायल के लिए टैल्गो का एक रैक देगी। यह रैक इसी महीने लखनऊ के अनुसंधान अभिकल्प व मानक संगठन (आरडीएसओ) लाया जाएगा। फरवरी में टैल्गो का स्पीड ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के लिए रेलखंड और तारीख तय करने में आरडीएसओ और रेलवे बोर्ड के बीच वार्ता चल रही है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक यह ट्रायल लखनऊ-मुरादाबाद होकर दिल्ली और दिल्ली से आगरा रेलखंड पर होगा। यदि ट्रायल सफल रहा तो भारत स्पेन से टैल्गो आयात कर इसका उत्पादन शुरू करेगा।

आर्टीकुलाडो लाईजेरो गोइकोइचिया ओरिअल (टैल्गो) स्पेन की हाईस्पीड इंटरसिटी ट्रेन सेवा है जो कि 160 से 220 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से दौड़ सकती है। एक टैल्गो की खरीद में 384 मिलियन यूरो का खर्च आएगा। आरडीएसओ के विशेषज्ञों के मुताबिक भारत में 350 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से चलने वाली हाईस्पीड ट्रेन चलाना अधिक महंगा है। इस कारण स्पेन की टैल्गो को पहले चरण में लंबी दूरी की इंटरसिटी ट्रेन के रूप में इस्तेमाल करने पर रेल मंत्रालय काम कर रहा है। इस ट्रेन से दिल्ली से मुंबई की दूरी केवल 12 घंटे में तय हो सकेगी जो कि अभी 16 घंटे की है। लखनऊ से नई दिल्ली का सफर टैल्गो तीन से चार घंटे में तय करेगी जिसमें अभी आठ घंटे का समय लग रहा है। खास बात यह है कि टैल्गो के लिए नई पटरियां बिछाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दिल्ली से हावड़ा और झांसी व मुंबई सेक्शन की रेल लाइन टैल्गो के लिए बेहतर है।

टैल्गो की खासियत

-घुमावदार रेलखंड पर बिना यात्री को झटका दिए तेजी से चल सकती है

-एयर कंट्रोल हाइड्रोलिक ब्रेक सिस्टम तेज गति ट्रेन को बिना देरी रोक देते हैं

-टैल्गो के अंत में लगे जनरेटर से शुरू से अंतिम छोर तक पावर सप्लाई हो सकती है

-टैल्गो बिजली और इंजन दोनों ही तरह से चलने में माहिर है

-20 से 25 सेकेंड में टैल्गो 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति को पार कर जाती है।

-इसमें सीटिंग क्लास होगी। अधिक यात्री बैठ सकेंगे जिससे किराया अपेक्षाकृत कम होगा

आरएस वर्मा, कार्यकारी निदेशक प्रशासन प्रथम आरडीएसओ

'स्पेन से टैल्गो का रैक आरडीएसओ आने वाला है। स्पेन सरकार ट्रायल के लिए यह रैक भारत भेज रही है। आरडीएसओ फरवरी में टैल्गो का हाईस्पीड ट्रायल करेगा। इसके लिए कोई नई पटरी बिछाने की जरूरत नहीं होगी। रेलखंड और ट्रायल की तारीख अभी तय नहीं हुई है।

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