Shri Krishna Chhati 2020: श्रीकृष्ण की छठी आज, बंटेगा घर का बना छप्पन भोग

Shri Krishna Chhati 2020 मनकामेश्वर मंदिर में सोमवार को मटकी फोड़ के साथ ही छठ पूजन।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sun, 16 Aug 2020 03:12 PM (IST) Updated:Mon, 17 Aug 2020 07:04 AM (IST)
Shri Krishna Chhati 2020: श्रीकृष्ण की छठी आज, बंटेगा घर का बना छप्पन भोग
Shri Krishna Chhati 2020: श्रीकृष्ण की छठी आज, बंटेगा घर का बना छप्पन भोग

लखनऊ, जेएनएन। Shri Krishna Chhati 2020: पिछले पांच दिनों से घरों में श्रीकृष्ण जी के श्रृंगार के साथ ही पूजन का चल रहा कार्यक्रम सोमवार को छठी के साथ समाप्त हो जाएगा। श्रद्धालुओं की ओर से भगवान श्रीकृष्ण को घर का बना छप्पन भोग चढ़ाया जाएगा। डालीगंज के श्रीमाधव मंदिर में चल रही झांकी के समापन अवसर पर महिलाएं घर से छप्पन भोग लगाकर चढ़ाएंगी। सुरक्षा के चलते लोगों को न आने की अपील की गई है और घर में ही पूजन के लिए कहा गया है। प्रवक्ता अनुराग साहू ने बताया कि आरती के साथ प्रसाद का वितरण किया जाएगा। छठी पर विशेष पूजन के साथ ही छप्पन भोग बंटेगा। मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि ने बताया कि सोमवार को मटकी फोड़ के साथ ही छठ पूजन होगा। 

अंतिम दिन विशेष पूजन के साथ प्रसाद वितरण होगा न्यू गणेशगंज में सजी डिजिटल झांकी में श्रीकृष्ण की लीलाओं का फेसबुक पेज पर लाइव किया जा रहा है। संयोजक अनुपम मित्तल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते आयोजन नहीं हो रहे हैं। सोमवार को छठी के दिन बच्चों की प्रतियोगिताओं का समापन होगा। रिजर्व पुलिस लाइन और पीएसी में भी छठी पूजन के साथ ही झांकी का समापन होगा। मौनी बाबा मंदिर आलमबाग, सनातन धर्म मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, महाकाल मंदिर समेत सभी मंदिरों में सजी झांकी का समापना होगा तो घरों में भी पूजन के साथ छठी मनाई जाएगी।

काली बाड़ी मंदिर का 157वां स्थापना दिवस

वैदिक मंत्रोच्चारण से गुंजायमान वातावरण और शारीरिक दूरी बनाकर पूजन करते श्रद्धालुओं की मौजूदगी में घसियारी मंडी स्थित काली बाड़ी मंदिर का 157वां स्थापना दिवस मनाया गया। बंगाली समाज के सिद्ध पीठ के रूप में स्थापित मंदिर में कोरोना संक्रमण के चलते आम श्रद्धालुओं को सुरक्षा के साथ दर्शन कराए गए। मंदिर के सभापति गौतम भट्टाचार्य ने बताया कि अध्यक्ष अभिजीत सरकार की मौजूदग में सुबह सात बजे से शुरू हुआ आयोजन दोपहर बाद तक चलता रहा। मंदिर में पादुका सेवा करने वाले आरएन बोस ने सभी श्रद्धालुओं को बारी-बारी से दर्शन कराए। प्रसाद वितरण के साथ समारोह समापन हुआ।

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