बिजली गिरने से सात की मौत, बारिश से फसल को नुकसान

पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के बाद उत्तर प्रदेश में शुक्रवार रात से मौसम में आए बदलाव ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बारिश के बाद मौसम के तेवर बदले नजर आए। बिजली गिरने से प्रदेशभर में सात लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से झुलस गए।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sun, 06 Mar 2016 09:30 PM (IST) Updated:Sun, 06 Mar 2016 09:37 PM (IST)
बिजली गिरने से सात की मौत, बारिश से फसल को नुकसान

लखनऊ। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के बाद उत्तर प्रदेश में शुक्रवार रात से मौसम में आए बदलाव ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई जगहों पर देर रात बारिश के बाद रविवार सुबह मौसम के तेवर बदले नजर आए। रात में आंधी चली और बारिश हुई जबकि आकाशीय बिजली गिरने से प्रदेशभर में सात लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से झुलस गए। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक सोमवार को भी बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। हल्की बूंदाबांदी के भी आसार बने हुए हैं।

आंधी-पानी से राजधानी और आसपास के जिलों में काफी नुकसान हुआ। सीतापुर में सिधौली के बालपुर गांव में बारिश के दौरान दो घरों में आकाशीय बिजली गिरी जिसमें एक किशोर झुलस गया। श्रावस्ती में बरदेहरा-बदला मार्ग पर पेड़ की डाल बाइक सवारों पर गिर गई, जिसमें बाइक पर पीछे बैठक युवक की मौत हो गई। चालक की हालत गंभीर बनी हुई है।

आंधी बारिश और ओलावृष्टि से कौशांबी, इलाहाबाद व प्रतापगढ़ में सरसों, गेहूं व चने की फसल खराब हो गई। आकाशीय बिजली ने तीन परिवारों में कोहराम मचा दिया। इलाहाबाद के सरायममरेज क्षेत्र में रविवार दोपहर शांति देवी (60) की जान चली गई। बारा क्षेत्र में श्रीराम (53) लकड़ी काटते वक्त आकाशीय बिजली की चपेट में आने से जान गंवा बैठा। कौशांबी में सराय अकिल क्षेत्र में खेत काम करते समय आकाशीय बिजली गिरने से बुधराम प्रजापति (35) की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी मंजू देवी गंभीर रूप से झुलस गई। भदोही के ऊंज क्षेत्र में कबूतरा देवी (52) व उनकी बेटी प्रमिला देवी (32) आकाशीय बिजली की चपेट में आ गईं। दोनों की मौत हो गई। जौनपुर के मडिय़ाहूं क्षेत्र में बिजली गिरने से अनिल कुमार (21) और कमला प्रसाद (58) की मौत हो गई। ठंडी हवाओं के साथ बूंदा-बांदी से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखीं। क्योंकि गेहूं की फसल अभी खेतों में है और उसे साफ मौसम की दरकार है। उन्नाव, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उरई, बांदा, हमीरपुर, हरदोई, औरैया, इटावा, फतेहपुर, महोबा तथा चित्रकूट में रुक-रुककर बारिश होती रही।

सहारनपुर और मेरठ मंडल में रविवार सुबह भी तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई। इससे मौसम में ठंडक घुल गई। मेरठ, बिजनौर, बागपत, बुलंदशहर, सहारनपुर, शामली और मुजफ्फरनगर आदि जिलों में दोपहर में फिर मौसम ने करवट ली और बादल छा गए। शनिवार रात मेरठ के दौराला क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से चार लोग झुलस गए और लाखों रुपये के सामान का नुकसान हो गया। बुलंदशहर में आकाशीय बिजली गिरने से तीन महिलाएं झुलस गईं। तेज हवाओं के चलते आम के बौर और गेहूं के फसलों को नुकसान हुआ है। आगरा और फीरोजाबाद में शनिवार रात में हल्की बूंदाबांदी के बाद मौसम में ठंडक बढ़ गई। आलू की फसल को नुकसान हुआ। मथुरा में शनिवार से लेकर रविवार सुबह तक 10 एमएम बारिश हुई। खेतों में कटी पड़ी सरसों की फसल खराब होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ। मैनपुरी में शनिवार को आकाशीय बिजली गिरने से तीन मजदूर घायल हो गए। रविवार सुबह हल्की सर्दी का लोगों को अहसास हुआ। एटा में शनिवार दोपहर ओलावृष्टि और बरसात के बाद मौसम खुल तो गया, लेकिन रात में फिर बादल उमड़े और बूंदाबांदी हो गई। इसे लेकर किसानों की मुश्किल और बढ़ गई। खोदाई के लिए तैयार आलू के सडऩे की ङ्क्षचता है तो अन्य कटी पड़ी फसलों को लेकर भी किसान चिंतित हैं।

अलीगढ़ में आज बादल घिरे रहे। मुरादाबाद में शनिवार रात तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हुई। बारिश ने सर्दी में इजाफा कर दिया। रामपुर, सम्भल और अमरोहा में भी शनिवार की रात बूंदाबांदी हुई। बरेली में शनिवार और रविवार सुबह भी पांच एमएम बारिश होने से तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट आई।

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