अदीबा की तलाश में पूरे परिवार का ऋषिकेश में डेरा, पिता घर लौटे

उत्तरप्रदेश के काबीना मंत्री शाहिद मंजूर की पुत्री अदीबा का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। पिछले आठ दिनों से बेटी की तलाश में ऋषिकेश में डेरा डाले अदीबा के पिता भी थक-हार कर मेरठ स्थित अपने घर लौट आए हैं। उल्लेखनीय है कि बीती १० मई को

By Nawal MishraEdited By: Publish:Tue, 19 May 2015 08:35 PM (IST) Updated:Tue, 19 May 2015 10:28 PM (IST)
अदीबा की तलाश में पूरे परिवार का ऋषिकेश में डेरा, पिता घर लौटे

लखनऊ। उत्तरप्रदेश के काबीना मंत्री शाहिद मंजूर की पुत्री अदीबा का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। पिछले आठ दिनों से बेटी की तलाश में ऋषिकेश में डेरा डाले अदीबा के पिता भी थक-हार कर मेरठ स्थित अपने घर लौट आए हैं। उल्लेखनीय है कि बीती १० मई को मेरठ निवासी अदीबा लक्ष्मणझूला क्षेत्र में फूलचट्टी के समीप गंगा व हेंवल नदी के संगम पर गंगा में डूब गई थी। अदीबा की तलाश के लिए घटना के रोज से ही बचाव दल जुट गए थे। पौड़ी, टिहरी व देहरादून की जल पुलिस व गोताखोरों के अलावा अदीबा की तलाश में सेना की एडवेंचर विंग, पीएसी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व नौ सेना के गोताखोर भी लगातार तलाश में जुटे हैं। आज दसवें दिन भी घटनास्थल फूलचट्टी से पशुलोक बैराज तक के २० किलोमीटर क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। मगर, अदीबा का कहीं पता नहीं चल पाया। १० मई को ही लक्ष्मणझूला के संत सेवा घाट पर काशीपुर ऊधमसिंह नगर निवासी तरुण बिष्ट भी गंगा में डूब गया था। मगर, तरुण का भी अभी तक कुछ सुराग नहीं लग पाया है। अदीबा को तलाश करने के लिए हिमाचल के नहान से भी सेना की एक १२ सदस्यीय गोताखोर दल यहां आया था, जो कल वापस लौट गया है। जबकि सेना की रायवाला छावनी ने आर्मी एडवेंचर विंग के २२ सदस्यीय दल के साथ १३ सदस्य और खोज में जुटाए हैं। घटना के रोज से ही अदीबा के पिता शाहिद मंजूर बेटी की तलाश में यहां डेरा डाले हुए थे। मगर, आठ दिन तक लगातार इंतजार के बाद वह भी थक-हार वापस लौट गए हैं। जबकि उनके कई परिजन अभी भी अदीबा की बरामदगी की उम्मीद को लेकर यही ठहरे हुए हैं।

अभी उम्मीद है बाकी, दुआ कीजिए अदीबा मिल जाए

कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर बेटी डा. अदीबा को लेकर सदमे में हैं। आज मेरठ में उनसे मिलने पहुंचे गण्यमान्य लोगों से उन्होंने रुंधी आवाज में कहा कि प्रदेश व उत्तराखंड सरकार दोनों अपना काम कर रही हैं। उम्मीद है जल्द ही बेटी का कोई न कोई पता चलेगा। साथ ही उन्होंने मिलने वालों से अपील की कि वह दुआ करें, दुआ कभी बेअसर साबित नहीं होती। अब अल्लाह का ही सहारा है। दुआ कीजिए, अदीबा का सुराग मिल जाए।
10 मई को लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र में फूलचट्टी के समीप गंगा व हेंवल नदी के संगम पर मेरठ निवासी डॉ. अदीबा गंगा में डूब गई थी। उत्तरप्रदेश के केबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर की पुत्री अदीबा की तलाश में घटना के दिन से ही पुलिस व सेना ने रेस्क्यू शुरू कर दिया था। बाद में पीएसी, सेना की एडवेंचर विंग, एनडीआरएफ तथा नौ सेना के गोताखोरों के दल को भी तलाशी अभियान में शामिल किया गया। आठ दिनों से लगातार चलाए जा रहे खोज अभियान में अभी तक अदीबा का कुछ पता नहीं चल पाया है। बचाव दलों में करीब सौ से अधिक बचावकर्मी शामिल हैं और फूलचट्टी से बैराज तक करीब बीस किलोमीटर क्षेत्र को पांच सेक्टर में बांटकर तलाशी की जा रही है। मंगलवार को भी डा. अदीबा का कुछ पता नहीं चल सका। मायूसी में डूबे कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर मंगलवार को दिनभर अपने जलीकोठी स्थित अपने आवास पर ही रहे। दिनभर राजनैतिक दलों से जुड़े लोगों के साथ ही पुलिस-प्रशासनिक अफसर भी उनके आवास पर हाल जानने पहुंचे। बसपा सांसद मुनकाद अली, भाजपा विधायक रविंद्र भड़ाना, भाजपा महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज, रालोद नेता राजकुमार सांगवान, बिजेंद्र अग्रवाल आदि ने मंत्री को ढांढस बंधाया। जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह, पूर्व महानगर अध्यक्ष हाजी इसरार सैफी, हाजी जुल्फी, संगीता राहुल, चेतन्य देव स्वामी, मो. चांद, हिफजुर्रहमान आदि मौजूद रहे।

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