अयोध्या-चित्रकूट राम वन गमन मार्ग के लिए 452 करोड़ मंजूर, प्रयागराज महाकुंभ से पहले पूरा होगा प्रोजेक्ट

अयोध्या और चित्रकूट के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रस्तावित राम वन गमन मार्ग परियोजना की कुल लंबाई 102 किलोमीटर होगी। इसका निर्माण दो पैकेजों में प्रस्तावित है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 08 Sep 2020 10:37 PM (IST) Updated:Wed, 09 Sep 2020 10:51 AM (IST)
अयोध्या-चित्रकूट राम वन गमन मार्ग के लिए 452 करोड़ मंजूर, प्रयागराज महाकुंभ से पहले पूरा होगा प्रोजेक्ट
अयोध्या-चित्रकूट राम वन गमन मार्ग के लिए 452 करोड़ मंजूर, प्रयागराज महाकुंभ से पहले पूरा होगा प्रोजेक्ट

लखनऊ, जेएनएन। अयोध्या और चित्रकूट के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रस्तावित राम वन गमन मार्ग परियोजना की कुल लंबाई 102 किलोमीटर होगी। इसका निर्माण दो पैकेजों में प्रस्तावित है। केंद्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने परियोजना के लिए 452 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर कर दी है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज में वर्ष 2025 में होने वाले अगले महाकुंभ से पहले इस परियोजना को हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया है।

मंगलवार को एनएचएआई और सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों ने वेबिनार के जरिये इस परियोजना समेत कुछ अन्य प्रोजेक्ट का उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सामने प्रस्तुतीकरण किया। राम वन गमन मार्ग परियोजना में दो बड़े सेतु, दो रेल उपरिगामी सेतु और दो फ्लाई ओवर बनाने का प्रस्ताव है। परियोजना के पहले पैकेज की लंबाई 54.50 किलोमीटर और दूसरे की 46.8 किलोमीटर आंकलित की गई है।

पहले पैकेज के तहत श्रृंगवेरपुर धाम के निकट गंगा नदी पर एक किलोमीटर लंबा सेतु और राजापुर के निकट महेवा घाट पर यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। परियोजना का लगभग 60 किलोमीटर लंबा हिस्सा हरित क्षेत्र से होकर गुजरेगा। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार की इस अति महत्वाकांक्षी परियोजना के पूरा होने से चित्रकूट और अयोध्या में पर्यटकों की बेशुमार वृद्धि होगी। यह परियोजना प्रयागराज में अगले महाकुंभ के आयोजन में आवागमन के लिहाज से अत्यंत उपयोगी साबित होगी जिसमें 50 करोड़ लोगों के आने की संभावना है।

लखनऊ आवास पर #PWD#NHAI के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राम वन गमन मार्ग के साथ-साथ जनपद प्रयागराज में राष्ट्रीय राजमार्ग के समस्त चल रहे निर्माण कार्यों में पूर्ण गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए समय बद्ध तरीके से सभी प्रोजेक्ट को पूरा करने के निर्देश दिए। pic.twitter.com/lv06wVnsNf

— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) September 8, 2020

6879 करोड़ होगी प्रयागराज इनर रिंग रोड की लागत : प्रयागराज में प्रस्तावित चार लेन इनर रिंग रोड के अलाइनमेंट के प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इसकी कुल लंबाई 98 किमी है। इसमें से 68 किमी ग्रीन फील्ड में तथा 30 किमी की लंबाई प्रयागराज के वर्तमान बाईपास की है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 6879 करोड़ रुपये है। इनर रिंग रोड निर्माण के लिए एनएचएआइ भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही के लिए धारा-3(1) का प्रकाशन जनवरी 2020 में कर चुका है। परियोजना प्रारंभ करने की आवश्यक कार्यवाही एनएचएआइ मुख्यालय स्तर पर की जा रही है। उप मुख्यमंत्री ने इनर रिंग रोड का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने और इस परियोजना को भी अगले महाकुंभ से पहले पूरा करने का निर्देश एनएचएआइ अधिकारियों को दिया।

प्रयागराज में गंगा नदी पर छह लेन के नए पुल निर्माण पर खर्च होंगे 2000 करोड़ : प्रयागराज में फाफामऊ में गंगा नदी पर बने सेतु के समानांतर छह लेन के नये पुल के निर्माण के बारे में किये गए प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इस परियोजना की लागत 2000 करोड़ रुपये आंकलित की गई है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिये कि सेतु निर्माण के लिए टेंडर की स्वीकृति शीघ्र जारी की जाए। मौर्य ने चकेरी-प्रयागराज के छह लेन मार्ग को चौड़ा करने के कार्य तथा हंडिया-राजा तालाब सेक्शन को छह लेन में चौड़ा करने के कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की।

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