UP Board : सवालों के घेरे में सैकड़ों कक्ष निरीक्षक, नहीं जमा किए नो रिलेशन सर्टिफिकेट
बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने के बाद भी सैंकड़ों कक्ष निरीक्षकों ने अभी तक नो रिलेशन सर्टिफिकेट नहीं जमा किए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं,मगर कक्ष निरीक्षकों ने 'नो रिलेशन सर्टिफिकेट जमा नहीं किया। ऐसे में कई शिक्षकों के संबंधियों के पेपर में शामिल होने की आशंका है। बाबुओं की मिलीभगत से हुए इस खेल से पारदर्शी परीक्षा कराने के मकसद पर पानी फिर सकता है। मलिहाबाद के जनता इंटर कॉलेज में कक्ष निरीक्षक पिता और बेटे के परीक्षार्थी होने के खुलासे के बाद गड़बड़ी की आशंका प्रबल हो गई है।
दरअसल, सात फरवरी से बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। इसके लिए राजधानी में आदर्श जेल समेत 113 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। वहीं, परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 113 केंद्र व्यवस्थापक व 4058 कक्ष निरीक्षक तैनात किए गए हैं। इसमें राजकीय कॉलेज के 525, सहायता प्राप्त कॉलेज के 1957 व वित्तविहीन विद्यालयों के 1228 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें अधिकतर कक्ष निरीक्षकों ने 'नो रिलेशन सर्टिफिकेट जमा नहीं किया है। ऐसे में सहायता प्राप्त व वित्तविहीन कॉलेजों के करीब एक हजार शिक्षक की ड्यूटी पर संदेह है। खासकर, वित्तविहीन शिक्षक डीआइओएस कार्यालय के बाबुओं से साठगांठ कर मनमानी जगह ड्यूटी हथियाने में कामयाब हो गए। कारण, डीआइओएस कार्यालय में वित्तविहीन विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा प्रस्तावित सूची पर ही मुहर लगा दी गई है। इन शिक्षकों के डॉक्यूमेंट का भी वेरीफिकेशन नहीं किया गया है।
केंद्र व्यवस्थापक मांगें प्रमाण पत्र
डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार ने कहा कि केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बोर्ड ड्यूटी करने वाले शिक्षकों से 'नो रिलेशन सर्टिफिकेट लें। वहीं, यदि किसी भी शिक्षक का संबंधी केंद्र पर पेपर दे रहा हो तो उसकी ड्यूटी तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाए।