फर्जी वीडियो बनाकर महिला डॉक्टर को कर रहा था परेशान, केजीएमयू का रेजीडेंट निलंबित
केजीएमयू प्रशासन ने रिपोर्ट दर्ज कराने को दी तहरीर। पीडि़ता को ढाई साल से कर रहा प्रताडि़त देता था धमकी।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में मेडिसिन विभाग के रेजीडेंट डॉक्टर तृतीय वर्ष को अपने ही विभाग की महिला डॉक्टर के साथ अभद्रता व उत्पीडऩ के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। उनके परिसर में घुसने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। महिला डॉक्टर की शिकायत पर मामले की जांच केजीएमयू की विशाखा कमेटी को सौंपी गई है। आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोतवाली में तहरीर भी दी गई है।
मेडिसिन विभाग की रेजीडेंट डॉक्टर ने कुलपति से शिकायत की थी। आरोप लगाया है कि आरोपित रेजीडेंट ने उनके साथ अभद्रता की। आरोप है कि वह करीब ढाई साल से लगातार प्रताडि़त कर रहा है। फर्जी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देने के साथ वाट्सएप पर गंदे मैसेज भेजता है। महिला डॉक्टर का कहना है कि दो दिन पहले विभाग के प्रोफेसर केसाथ मरीजों को देख रही थीं, इसी दौरान आरोपित डॉक्टर ने उन्हें धमकी दी।
शिकायत पर कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने मामले को महिला उत्पीडऩ सेल को सौंप दिया है। साथ ही चौक कोतवाली पुलिस को पत्र भेजकर आरोपित चिकित्सक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहा है। पड़ताल के लिए विभागीय सीसी कैमरे के फुटेज भी देखी गई है, जिसमें आरोपित हाथ में रॉड लेकर गांधी वार्ड में घूमता पाया गया। चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरएएस कुशवाहा ने आरोपित रेजीडेंट को निलंबित कर दिया है। केजीएमयू प्रशासन ने उसके परिसर में घुसने पर पाबंदी लगा दी है।
दो साल पहले भी हो चुका है निलंबित
छानबीन में पता चला कि आरोपित डॉक्टर करीब दो साल पहले भी निलंबित किया जा चुका है। उसे चेतावनी भी दी गई थी कि इस तरह की हरकत न करे।