अयोध्या : जेल में कैदी ने लगाई फांसी, डिप्रेशन का चल रहा था इलाज-मौत

अयोध्या के मंडल कारगार में नोट की तस्करी में पकड़े गए कैदी ने फांसी लगा ली इलाज के दौरान हुई मौत।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 16 Jun 2020 03:48 PM (IST) Updated:Tue, 16 Jun 2020 03:48 PM (IST)
अयोध्या : जेल में कैदी ने लगाई फांसी, डिप्रेशन का चल रहा था इलाज-मौत
अयोध्या : जेल में कैदी ने लगाई फांसी, डिप्रेशन का चल रहा था इलाज-मौत

अयोध्या, जेएनएन। मंडल कारागार के भीतर एक कैदी ने फांसी लगा ली। मृतक कैदी सद्दाम पश्चिम बंगाल के मालदा का रहने वाला था। सद्दाम को जाली नोट की तस्करी में रेलवे पुलिस ने वर्ष 2015 में गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिसे न्यायालय से दस साल की सजा हुई थी। कैदी के फांसी लगाने की सजा सुनकर जेल में हड़कंप मच गया। जेल अधीक्षक बृजेश कुमार ने बताया कि जेल कर्मी जब पहुंचे तो उसकी सांसे चल रही थीं। प्राथमिक उपचार देकर उसे जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई।

सद्दाम को चिंता थी कि उसका परिवार उसे नहीं छुड़ाएगा इसे लेकर वह अवसाद में रहता था। जेल प्रशासन ने कई बार उसका उपचार भी कराया था। काउंसिलिंग के बाद उसकी हालत में काफी सुधार था, जिसे देखते हुए उसे बंदियों को खाना बांटने के काम में लगा दिया गया था। गत शनिवार को उसकी फोन पर परिजनों से वार्ता भी हुई थी। परिजनों ने उसके व्यवहार को देखते हुए आश्वासन दिया था कि उसे जेल से छुड़ा लेंगे। इसे लेकर वह काफी खुश भी रहने लगा था।

मंगलवार को भी उसने साथी बंदियों के साथ खाना और उसके बाद अपनी बैरेक के पीछे एक पेड़ में फंदा डालकर फांसी लगा ली। जेल अधीक्षक ने बताया कि सद्दाम की आत्महत्या स्तब्ध करने वाली है। मृतक बंदी के परिजनों को सूचना दे दी गई है।

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