तब राष्ट्रपिता...अब राष्ट्रपति पहली बार ट्रेन से आएंगे लखनऊ, छावनी में तब्दील होगा चारबाग स्टेशन
राष्ट्रपति के आगमन से पहले डीसीपी मध्य ख्याति गर्ग सहित कई अधिकारियों ने किया निरीक्षण। प्रेसीडेंशियल ट्रेन के आने पर उनके स्टेशन से बाहर निकलने तक कई चक्रों की सुरक्षा होगी। इसका जायजा लखनऊ मध्य की डीसीपी डा. ख्याति गर्ग ने मंगलवार को लिया।
लखनऊ, जेएनएन। करीब 115 साल पहले स्वतंत्रता आंदोलन के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सन 1916 में हुए कांग्रेस के अधिवेशन में हिस्सा लेने पहली बार ट्रेन से लखनऊ आए थे। यहां चारबाग स्टेशन के बाहर पहली बार उनकी पंडित जवाहर लाल नेहरू से मुलाकात भी हुई थी। वहीं अब पहली बार राष्ट्रपति अपनी प्रेसीडेंशियल ट्रेन से 28 जून को लखनऊ आ रहे हैं। रेलवे के रिकॉर्ड के मुताबिक पहली बार कोई राष्ट्रपति ट्रेन से लखनऊ आ रहे हैं। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के आगमन को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं।
प्रेसीडेंशियल ट्रेन के आने पर उनके स्टेशन से बाहर निकलने तक कई चक्रों की सुरक्षा होगी। इसका जायजा लखनऊ मध्य की डीसीपी डा. ख्याति गर्ग ने मंगलवार को लिया। उन्होंने जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों के साथ मिलकर सुरक्षा का जायजा भी लिया। राष्ट्रपति 25 जून को प्रेसीडेंशियल ट्रेन से नई दिल्ली से कानपुर आ रहे हैं। यहां तीन दिन के प्रवास के बाद वह 28 जून को लखनऊ आएंगे। कानपुर से लखनऊ तक रेलवे ने अलर्ट जारी कर दिया है। प्रतिदिन इस 72 किलोमीटर के रेलखंड की बारीकी से मॉनीटङ्क्षरग की जा रही है। रेलखंड की जांच के लिए विंडो ट्रेलिंग की जा रही है।
रेलवे ने परिचालन से जुड़े श्रेष्ठ अधिकारियों की तैनाती की है। जिससे कानपुर से लखनऊ तक प्रेसीडेंशियल ट्रेन के पहुंचने तक कोई बाधा न हो। इस सेक्शन पर गैंगमैन की क्षमता बढ़ाकर लाइन की पेट्रोलिंग भी तेज कर दी गई है। चारबाग स्टेशन पर आने के बाद प्रेसीडेंशियल को कड़ी सुरक्षा में रखा जाएगा। चारबाग स्टेशन पर अन्य ट्रेनों और यात्रियों से सुरक्षा में किसी तरह की बाधा न हो, इसके लिए प्लेटफार्म नंबर एक से राष्ट्रपति के परिसर के बाहर निकलने तक एक अलग सुरक्षा घेरा बनाया जाएगा। जिसमें पुलिस के अलावा जीआरपी व आरपीएफ के अधिकारी भी तैनात होंगे।