अब उत्तर प्रदेश की आइटीआइ में संयुक्त प्रवेश प्रक्रिया लागू करने की तैयारी
निजी व सरकारी संस्था में प्रवेश के लिए अब आपको एक ही बार आवेदन करना होगा और मेरिट के आधार पर आपका दाखिला सरकारी या निजी संस्था में हो जाएगा।
लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। यदि आप आइटीआइ में प्रवेश की सोच रहे हैं और सरकारी व निजी संस्थाओं में प्रवेश को लेकर असमंजस में हैं तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। निजी व सरकारी संस्था में प्रवेश के लिए अब आपको एक ही बार आवेदन करना होगा और मेरिट के आधार पर आपका दाखिला सरकारी या निजी संस्था में हो जाएगा।
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश प्रक्रिया लागू करने की तैयारी की जा रही है। नई प्रक्रिया के लागू होने से हर वर्ष दाखिले के लिए आवेदन करने वाले पाच लाख से अधिक अभ्यर्थियों को फायदा होगा। यह प्रक्त्रिया संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से पॉलीटेक्निक में पहले से लागू है।
उसी की तर्ज पर आइटीआइ में प्रवेश प्रक्रिया लागू होगी। अभी तक आइटीआइ में निजी और सरकारी संस्थाओं में प्रवेश के लिए अलग-अलग आवेदन करने होते हैं। इससे अभ्यर्थियों को परेशानी उठानी पड़ती है। उन्हें दो बार प्रवेश शुल्क देने के साथ ही ऑनलाइन आवेदन करना होता है। नई प्रक्त्रिया को अंतिम रूप देने का काम पूरा हो चुका है। अगले सत्र से इसे लागू किया जाएगा।
तीन जिलों में 25 संस्थाओं का चयन: आवेदन के दौरान अभ्यर्थियों को संस्थाओं में प्रवेश के लिए चयन करना होगा। निजी संस्थाओं में प्रवेश के लिए एक अभ्यर्थी तीन जिलों में 25 संस्थाओं और सरकारी में 20 संस्थाओं का चयन कर सकेंगे। राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीटी) की ओर से स्वीकृत सीटों व नियमों के आधार पर संस्थाएं प्रवेश लेंगी।
ऐसे होंगे आवेदन : 14 से 40 वर्ष की आयु वाले हाईस्कूल पास युवा राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद की वेबसाइट के माध्यम से सीधे आवेदन करेंगे। सामान्य और पिछड़े वर्ग के लिए 250 और अनुसूचित जाति के लिए 150 रुपये आवेदन शुल्क के साथ निजी व सरकारी में प्रवेश के लिए च्वाइस करनी होगी।
क्या कहते हैं निदेशकः प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशक प्राजल यादव का कहना है कि दो बार आवेदन करने में अभ्यर्थियों को अतिरिक्त फीस के साथ ही परेशानी भी उठानी पड़ती है। सचिव व्यावसायिक शिक्षा भुवनेश कुमार की पहल पर एक साथ प्रवेश प्रक्त्रिया अपनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस वर्ष प्रवेश प्रक्त्रिया अंतिम चरणों में पहुंच चुकी है, लेकिन अगले वर्ष नए सत्र से इसे लागू करने की तैयारी की जा रही है।