पहले वजनदार चीज से प्रहार फिर पैर पकड़कर घसीटा...पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुला मौत का राज
लखनऊ मोहनलालगंज में लापता युवक का कूड़े में शव मिलने का मामला। मारने से पहले हत्यारों ने पैर पकड़कर घसीटा। परिवारजन ने हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मोहनलालगंज बाईपास रोड पर शव रखकर जाम लगाया और हंगामा किया।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के मोहनलालगंज कस्बे में कूड़े के ढेर में मिले शटरिंग कारीगर के सिर पर वजनदार चीज से प्रहार कर हत्या की गई थी। वारदात से पहले हत्यारों ने जीवन के पैर पकड़कर उसे घसीटा भी था, क्योंकि उसकी पीठ पर रगड़ के निशान थे। यह खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हुआ। पोस्टमार्टम के बाद नाराज परिवारजन ने हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मोहनलालगंज बाईपास रोड पर शव रखकर जाम लगाया और हंगामा किया।
हंगामा बढ़ता देख एसीपी प्रवीण मलिक, पूरे सर्किल की फोर्स, इंस्पेक्टर जीडी शुक्ला और पीएसी को तैनात किया गया। हंगामे के दौरान लंबा जाम लग गया। मृतक जीवन कश्यप(19) के परिवारजन और अन्य लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि जब गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने भगा दिया। पुलिस अगर समय रहते गुमशुदगी दर्ज कर खोजबीन करती तो जीवन की मौत न होती। लोगों का आक्रोश बढ़ता देख एसीपी ने उन्हें एक हफ्ते के अंदर घटना का राजफाश कर हत्यारोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शांत कराया।
पुलिस ने जेसीबी चालक और प्लाटिंग ठेकेदार से की पूछताछ
पुलिस ने हत्याकांड के राजफाश के लिए जेसीबी चालक और प्लाटिंग ठेकेदार से पूछताछ की। क्योंकि प्लाट से जेसीबी से कूड़ा हटाने के दौरान ही लाश दबी मिली थी। हालांकि, अभी पुलिस के हाथ हत्यारों का कोई सुराग नहीं लगा है। उधर, जीवन के भाई भालेंद्र व अन्य परिवारजन हत्यारोपित रमाकांत को मौके पर बुलाकर पूछताछ करने की जिद कर रहे थे। भालेंद्र का आरोप था कि रमाकांत ने ही भाई की हत्या कराई है, क्योंकि उसके साथ भाई बरात में शामिल होने के लिए शुक्रवार को गया था। लौटने पर ढाबे पर उन्होंने शराब पी और वहीं पर मारपीट हुई थी।