लखनऊ को दो विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन देने की तैयारी, जानें क्या-क्या होगा खास

पेश है वर्ष 2018 में लखनऊ में रेलवे को मिली सौगात पर एक रिपोर्ट..। ऐशबाग-सीतापुर तक पूरा हो गया अमान परिवर्तन का काम।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 25 Dec 2018 03:54 PM (IST) Updated:Wed, 26 Dec 2018 07:44 AM (IST)
लखनऊ को दो विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन देने की तैयारी, जानें क्या-क्या होगा खास
लखनऊ को दो विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन देने की तैयारी, जानें क्या-क्या होगा खास

लखनऊ, जेएनएन। जिस गोमतीनगर हॉल्ट पर कभी पैसेंजर ट्रेनें भी नहीं रुकती थी, उसे स्टेशन बनाने की पहल तत्कालीन प्रधानमंत्री और लखनऊ के सांसद स्व. अटल बिहारी बाजपेयी ने की। गोमतीनगर तीन स्टेशनों वाला क्रासिंग स्टेशन बन गया तो इसे 1910 करोड़ रुपये से विश्वस्तरीय बनाने की योजना बनायी गृहमंत्री और सांसद राजनाथ सिंह ने। आज गोमतीनगर को भारत का सबसे आधुनिक और विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इस साल ही 18 मार्च को रेलमंत्री पीयूष गोयल ने गोमतीनगर के साथ 1800 करोड़ रुपये से चारबाग स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने और आलमनगर, ऐशबाग सहित कई स्टेशनों के कायाकल्प करने की योजना का शिलान्यास किया। यह काम पीपीपी मॉडल पर होगा। जिसे रेल भूमि विकास प्राधिकरण और नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन मिलकर करेंगे। पेश है वर्ष 2018 में लखनऊ में रेलवे को मिली सौगात पर एक रिपोर्ट..

ऐशबाग-सीतापुर तक पूरा हो गया अमान परिवर्तन का काम

ऐसा होगा चारबाग स्टेशन 

चारबाग और लखनऊ जंक्शन को मेट्रो से जोड़ने के लिए प्रथम तल पर 358 मीटर लंबा और छह मीटर चौड़ा कॉरीडोर में 90 वर्ग मीटर स्थान यात्रियों के बैठने के लिए सुरक्षा चेक के साथ कानकोर्स के बाहरी क्षेत्र में छह टिकट काउंटर स्टेशन के पूर्वी छोर पर 200 मीटर लंबे और छह मीटर चौड़े नए पैदल पुल का निर्माण स्टेशन परिसर में वाहनों और यात्रियों के लिए अलग अलग रास्ते 200 वर्गमीटर के दो ओपन प्लाजा, चार मीटर चौड़ी छह सीढ़ियां 12 एस्केलेटर, सौर ऊर्जा से संचालित स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था 500 कार और 150 आटो के लिए 20 हजार वर्ग मीटर की भूतल की पार्किंग भूतल के नीचे 110 मीटर लंबे और 8 मीटर चौड़े दो सब-वे का निर्माण। जिसमें 45 मीटर लंबा पैदल रास्ता, चार एस्केलेटर, प्लेटफार्म चार से 11 तक नए सबवे का निर्माण प्लेटफार्मो पर दो कानकोर्स बनेंगे जो जमीन से नौ और 15 मीटर की ऊंचाई पर होंगे। प्लेटफार्म एक से 11 तक आधुनिक शेड बनेंगे। कानकोर्स एरिया में पालीक्लीनिक, प्रतीक्षालय, फूट कोर्ट, एटीएम जैसी सुविधा होगी।

 

ऐसा होगा गोमतीनगर स्टेशन कोलकाता एयरपोर्ट की तर्ज पर प्रथम तल पर प्रस्थान और भूतल पर बाहर से आने वाली ट्रेनों के यात्री होंगे शॉपिंग मॉल और मल्टीप्लेक्स सहित कई सुविधाएं स्टेट ऑफ आर्ट टेक्नोलोजी से 2.60 लाख वर्गफीट में बनेगा आकर्षक स्टेशन भवन तीन नए प्लेटफार्मो का होगा निर्माण रोजाना 40 हजार यात्रियों की क्षमता के लिए होगा तैयार यात्रियों को भीड़ से बचाने के लिए बनेगा सेग्रीगेटेड रास्ता नया कानकोर्स, यात्री लाउंज, पैदल उपरिगामी पुल, लिफ्ट, एस्केलेटर, जैसी सुविधा खानपान, अमानती सामान घर, एटीएम,मेडिकल स्टोर और दिव्यांग मित्र सुविधाएं स्टेशन के बेसमेंट में पार्किंग का निर्माण।

आलमनगर स्टेशन पर बढ़ेंगी सुविधा

दो नई रेल लाइनों को बिछाया जाएगा दो नए प्लेटफार्म के साथ नए स्टेशन भवन का निर्माण लिफ्ट व एस्केलेटर और विश्रमालय की सुविधा करोड़ रुपये से होगा आलमनगर स्टेशन का विकास

सेकेंड एंट्री पर बनेगा नया चारबाग स्टेशन

आनंद नगर की तरफ सेकेंड एंट्री को नए स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां पहले चरण में स्टेशन भवन के साथ यात्रियों के लिए विश्रमालय, प्रतीक्षालय के साथ बुकिंग काउंटर व फूड प्लाजा खोले जाएंगे। जबकि दूसरे चरण में बसों के आने के लिए पुल बनाया जाएगा। यहां दो मंजिला स्टेशन भवन होगा। इस स्टेशन से चारबाग के मुख्य स्टेशन को जोड़ने के लिए 300 मीटर लंबे दो भूमिगत रास्ते बनाए जाएंगे।

स्टेशन परिसर तक आएंगी सिटी बसें

स्मार्ट स्टेशन को बनाते समय सार्वजनिक वाहनों की उपलब्धता पर भी ध्यान दिया जाएगा। चारबाग स्टेशन और लखनऊ जंक्शन को मेट्रो से कनेक्ट करने के साथ बसों और ऑटो के लिए भी अलग रास्ता बनेगा। चारबाग स्टेशन पर बस-वे बनाया जाएगा। जहां सिटी बसें सीधे पहुंच सकेंगी। लगभग ऐसा ही बस-वे मुंबई से सटे थाणो में भी बना है।

 

बजट होटल देंगे आराम

यात्रियों को कम दर पर अच्छी सुविधा वाले बजट होटल भी उपलब्ध होंगे। रेलवे तीन बजट होटल बनाएगा। एक आनंद नगर, दूसरा लखनऊ जंक्शन कैबवे और तीसरा दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन के सामने होगा।

स्काईवॉक से जुड़ेंगे तीन स्टेशन

जमीन से आठ मीटर की ऊंचाई पर स्काईवॉक के जरिए चारबाग मेट्रो लखनऊ जंक्शन और चारबाग रेलवे स्टेशन को जोड़ा जाएगा। लखनऊ जंक्शन पर जहां 100 गुणो 100 मीटर का कानकोर्स एरिया बनेगा। वहीं चारबाग स्टेशन पर यह 180 मीटर चौड़ा और 100 मीटर लंबा होगा। चारबाग मेट्रो से यह कानकोर्स बनना शुरू होगा। नीचे रेल लाइन पर ट्रेनें होंगी और यात्री ऊपर एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर अपने प्लेटफार्मो तक पहुंच सकेंगे।

सीतापुर तक राह होगी आसान

ऐशबाग से सीतापुर के बीच पिछले ढाई साल से रेल यातायात बंद चल रहा है। रोजाना करीब पांच हजार दैनिक यात्री लखनऊ से सीतापुर जाते हैं। जबकि आठ से नौ हजार दैनिक यात्री सीतापुर से लखनऊ आते हैं। मीटरगेज लाइन के बंद होने के बाद अब ब्रॉडगेज लाइन को शुरू करने की तैयारी है। अमान परिवर्तन पूरा हो गया है। सीआरएस क्लीयरेंस मिल चुकी है। तीन जोड़ी पैसेंजर ट्रेन से इस रूट की शुरुआत होगी।

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