केजीएमयू में मरीजों की जेब पर पड़ेगा भार, वसूला जाएगा डॉक्टरों के गाउन का पैसा

केजीएमयू के लारी में प्रोसीजर शुल्क में जुड़ेगा डॉक्टरों के गाउन का खर्च मरीजों की जेब पर पड़ेगा भारी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 09:10 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 07:45 AM (IST)
केजीएमयू में मरीजों की जेब पर पड़ेगा भार, वसूला जाएगा डॉक्टरों के गाउन का पैसा
केजीएमयू में मरीजों की जेब पर पड़ेगा भार, वसूला जाएगा डॉक्टरों के गाउन का पैसा

लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू के लारी में हृदयरोगियों को डॉक्टर, स्टाफ के लिए गाउन खरीदकर देने होंगे। प्रोसीजर शुल्क में ही उसका बिल जोड़ा जाएगा। वहीं विभिन्न योजनाओं से जुड़े गरीब मरीजों की एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर में गाउन संस्थान उपलब्ध कराएगा।

लारी कार्डियोलॉजी विभाग में 80 के करीब बेड हैं। विभाग में एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर, वॉल्व रिप्लेसमेंट समेत तमाम प्रोसीजर होते हैं। हर रोज 30 मरीजों की एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी व 10 पेसमेकर आदि के प्रोसीजर होते हैं। आयुष्मान, असाध्य  व सीएम-पीएम फंड के मरीजों के लिए प्रोसीजर मुफ्त हैं। इन्हें गाउन नहीं खरीदना होगा। वहीं अन्य मरीजों के  प्रोसीजर शुल्क के साथ-साथ स्टाफ के गाउन का भी चार्ज लगेगा। यह डिस्पोजेबल गाउन डॉक्टर व उनके असिस्टेंट कैथ लैब में पहनते हैं। यह हर मरीज के प्रोसीजर में बदला जाता है। ऐसे में मरीजों को एक हजार का खर्चा और बढ़ जाएगा। अभी तक मरीजों को गाउन संस्थान द्वारा दिया जाता था।

850 करोड़ बजट, मरीजों की कटौती 

केजीएमयू को सरकार ने 850 करोड़ रुपये का बजट दिया है। बावजूद इसके, मरीजों की सुविधाओं में कटौती जारी है। दवा से लेकर कई सर्जिकल सामान के लिए उन्हें मेडिकल स्टोर तक दौड़ लगानी पड़ रही है। तमाम कवायद के बाद भी फार्मेसी सेवा में सुधार नहीं हो पा रहा है। अब गाउन का भार भी आम मरीज पर डाल दिया गया। वर्ष भर में करीब 64 लाख के गाउन लारी में खरीदे जाते थे। दावा है कि अब पांच लाख की खर्च आएगा। 

क्या कहते है जिम्मेदार

वित्त अधिकारी मो. जमा के मुताबिक असाध्य, आयुष्मान, सीएम-पीएम फंड के मरीजों के प्रोसीजर में गाउन संस्थान से मिलेगा। अन्य मरीजों के प्रोसेसिंग शुल्क में गाउन का चार्ज जुड़ेगा। लारी के प्रवक्ता डॉ. अक्षय कुमार ने भी नया आदेश आने की पुष्टि की।

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