अब बिजली कनेक्शन देने के लिए अभियंता करेंगे चिरौरी

उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बिजली महकमे ने शुरू की पहल। कनेक्शन देने के साथ ही अफसर पहुंचकर देंगे बधाई। बिजनेस लगाने व बढ़ााने के लिए कनेक्‍शन मिलना होगा आसान।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Mon, 22 Jun 2020 09:41 AM (IST) Updated:Mon, 22 Jun 2020 09:41 AM (IST)
अब बिजली कनेक्शन देने के लिए अभियंता करेंगे चिरौरी
अब बिजली कनेक्शन देने के लिए अभियंता करेंगे चिरौरी

लखनऊ[अंशू दीक्षित]। एक समय था उद्योग धन्धे के लिए कनेक्शन लेना टेढ़ी खीर होती थी, अभियंताओं के चक्कर लगाने पड़ते थे और तमाम चिरौरी भी। अब अभियंता उपभोक्ता की चिरौरी करते हुए नजर आएंगे। यही नहीं बीस किलोवॉट व उससे ऊपर का वाणिज्यक कनेक्शन देने के साथ ही उपभोक्ता के मोबाइल पर हर प्रोसेस की जानकारी मैसेज के द्वारा मिलती रहेगी। कनेक्शन होते ही मोबाइल पर बिजली महकमा धन्यवाद का मैसेज उपभोक्ता को भेजेगा।

खासबात रहेगी कि क्षेत्रीय अधिशासी अभियंता या फिर एसडीओ मौके पर आकर उपभोक्ता को प्रमाण पत्र देकर धन्यवाद भी देगा। यह अपने आप में एक अनूठी पहल शुरू होने से बिजली कनेक्शन लेने वालों की भीड़ बढ़नी तय है। अगर कोई एस्टीमेट नहीं बनता है तो उपभोक्ता को 15 दिन के भीतर बिजली कनेक्शन देना होगा। अगर एस्टीमेट बनता है और उपभोक्ता के पैसा जमा करने के एक माह के भीतर लाइन बनाकर कनेक्शन चालू करना होगा। ऐसा न करने पर जिम्मेदार अभियंताओं पर विभागीय कार्रवाई तय है।

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन भी मध्यांचल के अभियंताओं ने शुरू कर दिया है। ऊर्जा मंत्री द्वारा रुचि लेने पर जो 2600 आवेदकों की सूची थी, उसे उन्हीं काबिल अभियंताओं ने एक दिन में ही पेंडेंसी शून्य कर दी। बिजली विभाग के एक दशक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ। अमूमन एक उपभोक्ता बिजली कनेक्शन मिलना आसान नहीं है।  तमाम नियम सरल कर दिए गए है, उपभोक्ता देवा भव : का स्लोग लगाने के साथ ही सिंगल विंडों व्यवस्था भी अभियंताओं के कॉकस को तोड़ नहीं पायी। अब उपभोक्ताओं को उम्मीद है कि अगर ऊर्जा मंत्री झटपट व निवेश पोर्टल पर कनेक्शन के लिए आने वाले आवेदनों की मानीटरिंग कराते हैं तो जरूर राहत मिलेगी। 

अभिंयताओं का करियर उपभोक्ता पर करेगा निर्भर 

अगर यही हाल रहा तो उपभोक्ताओं को बेहतर सर्विस देने के साथ ही तर्क संगत कोई शिकायत उपभोक्ता न कर दे, इसकी चिंता आने वाले समय में अभियंताओं के माथे पर साफ दिखेगी। क्योंकि उपभोक्ता की एक मजबूत शिकायत पर वेतन बढ़ोत्तरी से लेकर प्रमोशन तक प्रभावित होगा, इसलिए अभियंता भी उपभोक्ताओं को बेहतर सर्विस देने का काम करेंगे। 

क्या कहते हैं अफसर ? 

मध्यांचल विधुत वितरण निगम लिमिटेड एमडी सूर्य पाल गंगवार के मुताबिक, पहली बार एक नया प्रयास किया गया है। कोई कॉकस उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने से नहीं रोक सकता। मैं स्वयं इसकी मानीटरिंग कर रहा हूं। जो समय निर्धारित हैं, उसमें कनेक्शन उपभोक्ता को मिलेगा। 

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