अब ज्यादा सालने लगा नकदी संकट, कई जगह प्रदर्शन और हंगामा

नोटबंदी के बाद उपजे नकदी संकट से निजात नहीं मिली। एटीएम खाली और बैंकों में नोटों की किल्लत है। रोज जरूरी कार्यों के होने में व्यवधान से लोगों का धैर्य टूट रहा है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sat, 03 Dec 2016 08:23 PM (IST) Updated:Sat, 03 Dec 2016 08:31 PM (IST)
अब ज्यादा सालने लगा नकदी संकट, कई जगह प्रदर्शन और हंगामा

लखनऊ (जेएनएन)। नोटबंदी के बाद उपजे नकदी संकट से शनिवार को भी निजात नहीं मिली। एटीएम खाली हैं और बैंकों में नोटों की किल्लत है। रोजमर्रा और जरूरी कार्यों के होने में व्यवधान से लोगों का धैर्य टूट रहा है। कहीं मारपीट, कहीं हंगामा तो कहीं बैंककर्मियों पर मनमानी के आरोप लग रहे हैं। कई जगहों पर जाम लगाया गया। महाराजगंज में बैंक में कैश खत्म होने की खबर सुनते ही एक वृद्ध ने दम तोड़ दिया।

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राजधानी लखनऊ में तमाम बड़े बैंकों में भी नकदी संकट गहराने लगा है। वेतनभोगियों और पेंशनरों को भी पैसा नहीं मिल पा रहा है। कई बैंकों में दोपहर में ही कैश खत्म हो गया। लखीमपुर के खजुरिया खेत्र में बैंक ऑफ बड़ौदा, सिद्धनगर में भुगतान न मिलने के कारण सुबह से लाइन में खड़े खाता धारकों ने बैंक का घेराव कर हंगामा किया। बहराइच के नानपारा में इलाहाबाद बैंक गुरगुट्टा शाखा के बाहर नाराज लोगों ने प्रदर्शन किया। नवाबगंज में दोपहर तक इलाहाबाद बैंक का ताला नहीं खुला। इससे लोगों का धैर्य जवाब दे गया। बैंक प्रबंधक वेद प्रकाश भीड़ देख उल्टे पांव भाग गए। नाराज लोगों ने उल्टे बैंक के शटर पर अपनी ओर से एक और ताला जड़ दिया। सुलतानपुर, अमेठी, रायबरेली, गोंडा, बाराबंकी, सीतापुर, फैजाबाद, बलरामपुर व श्रावस्ती में भी नोटबंदी से उपजी नकदी की किल्लत शनिवार को भी बरकरार रही। शहर समेत ग्रामीणांचलों के अधिकतर बैंकों को धनराशि नहीं मिली। एटीएम में भी लंबी-लंबी लाइनें दिखी। कैश खत्म होने से बैरंग लौटने वालों को अब नकदी संकट सालने लगा है।

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इलाहाबाद में नकदी को लेकर गांवों में दिक्कत जस की तस है। बैंक से रुपये न मिलने पर शनिवार को लोगों नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। बैंक कर्मी शाखा में ही कैद कर लिए गए। प्रतापगढ़ में बड़ौदा उत्तरप्रदेश ग्रामीण बैंक की बंधवा शाखा में कैश न मिलने पर ग्राहकों ने हंगामा किया। कैशियर से हाथापाई भी की गई। पीएनबी, यूनियन बैंक एवं बैंक आफ महाराष्ट्र में दोपहर बाद कैश समाप्त हो गया। एटीएम पर भी कतार थी। कौशांबी में भी बैंकों में लंबी कतार दिखी।वाराणसी स्थित चौकाघाट में काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक में नोट न होने से महिलाओं ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। भावरकोल (गाजीपुर) की बैंक शाखाओं में भुगतान न होने पर शनिवार को यूनियन बैंक की मच्छटी शाखा पर आक्रोशित महिलाओं ने शाखा का ताला नहीं खुलने दिया। ढाई घंटे बाद शाखा पर कैश पहुंचा तभी लोगों ने ताला खुलने दिया।गोरखपुर-बस्ती मंडल के समस्त बैंकों पर अपेक्षाकृत ग्राहकों की ज्यादा भीड़ देखी गई। कुछ स्थानों पर जहां हंगामा हुआ वहीं कुछ जगहों पर जाम भी लगाए गए।

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कानपुर में कैश पाने के लिए शहर व कस्बों में कर्मचारी व पेंशनरों की व ग्रामीण क्षेत्र में किसानों की लंबी कतार लगी रहीं। मध्य यूपी व बुंदेलखंड के जिलों में बैंक व एटीएम से पैसे निकालने वालों की लाचारी देखते ही बन रही थी। उन्नाव, कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, फर्रुखाबाद, हरदोई, औरैया, इटावा, उरई, महोबा, हमीरपुर, बांदा तथा चित्रकूट के अधिकांश एटीएम शोपीस बने रहे। फतेहपुर के बिंदकी स्थित एसबीआइ की शाखा में पैसा न आने पर थरियांव में ग्रामीणों ने हंगामा किया। मुरादाबाद, संभल, चंदौसी में कतारें लगी रहीं। कई एटीएम पर ताले लटके रहे। अमरोहा में पीएनबी में कैश न मिलने पर लोगों ने बिजनौर रोड पर जाम लगा दिया। हसनपुर के मंगरौला में प्रथमा बैंक में कैश वितरण न होने पर हसनपुर-रहरा मार्ग पर लोगों ने जाम लगाया। बरेली में कई बैंकों में रकम दोपहर तक खत्म होने की ओर पहुंच गई। एटीएम पर लंबी लाइन लगी। अलीगढ़ में पीएनबी की रेलवे रोड शाखा में बैंक अफसरों पर तमाम आरोप लगाकर ग्र्राहकों ने हंगामा किया। आगरा में बैंकों पर लाइनें लगी रहीं। मथुरा के कोसी स्थित पीएनबी पर भीड़ में एक महिला बेहोश हो गई। फीरोजाबाद में लोगों ने जाम लगाया। मेरठ, शामली, बुलंदशहर, बिजनौर व मुजफ्फरनगर में बैंकों में करेंसी की किल्लत खत्म नहीं हो रही है। एटीएम में भी यही हाल है।

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जांच एजेंसियों का अलर्ट

नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उपजे नकदी संकट से माहौल बिगडऩे की आशंका जांच एजेंसियों ने जताई है। खासकर ग्रामीण इलाकों में हालात अधिक खराब हैं। वहां एक तो लोगों को कैश नहीं मिल रहा है दूसरे बैंकों में ग्रामीणों के प्रति व्यवहार अच्छा नहीं हो रहा है। नकदी संकट से हताश, परेशान जनता का मूड अब खराब होने लगा है। ऐसा इनपुट जांच एजेंसियों को लोगों से पूछताछ के दौरान मिला है। हालात बेकाबू होने की आशंका जताते हुए जांच एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी है।

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