यूपी में खेत-खेत कांग्रेसी, उम्मीद के बीज रोपेंगी प्रियंका वाड्रा; ढाई करोड़ किसानों से संवाद का लक्ष्य

उत्तर प्रदेश में 40 दिन में कांग्रेस करीब ढाई करोड़ किसानों से संवाद करेगी। किसान जन जागरण अभियान को गति देने के लिए प्रियंका वाड्रा बड़ी रैली कराने की कसरत तेज है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 27 Feb 2020 06:14 PM (IST) Updated:Thu, 27 Feb 2020 06:16 PM (IST)
यूपी में खेत-खेत कांग्रेसी, उम्मीद के बीज रोपेंगी प्रियंका वाड्रा; ढाई करोड़ किसानों से संवाद का लक्ष्य
यूपी में खेत-खेत कांग्रेसी, उम्मीद के बीज रोपेंगी प्रियंका वाड्रा; ढाई करोड़ किसानों से संवाद का लक्ष्य

लखनऊ, जेएनएन। कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश की धरती वक्त के साथ बंजर होती गई, जिसे सींचने की अब भरपूर कोशिश हो रही है। किसानों के दिल टटोलने के साथ कार्यकर्ता जैसे जमीन की निराई-गुड़ाई में लगे हों और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा उम्मीदों के बीज रोपने को तैयार हैं। किसान जन जागरण अभियान के साथ ही माहौल की नब्ज टटोली जा रही है और जल्द ही प्रियंका वाड्रा की एक बड़ी रैली कराने की कसरत तेज हो गई है।

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध को मजबूती से पकड़कर चल रही कांग्रेस इसी मुद्दे पर आंदोलनों की रूपरेखा बुन रही थी। अचानक ही दिशा बदली और कांग्रेस ने गांवों का रुख कर लिया। पहले किसान हित के बयानों से मंशा जाहिर की और इस माह की शुरुआत में किसान जन जागरण अभियान का एलान कर दिया। लक्ष्य तय कर दिया गया कि 40 दिन में कांग्रेस करीब ढाई करोड़ किसानों से संवाद करेगी।

अभियान की कमान प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने थाम ली। वह दावा करते हैं कि अब तक करीब 18 लाख किसान परिवारों से कार्यकर्ता मुलाकात कर मांग-पत्र भरवा चुके हैं। वह खुद पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दौरा लगभग पूरा कर चुके हैं। लल्लू का कहना है कि ढाई करोड़ का लक्ष्य भी पूरा किया जाएगा। कांग्रेस के प्रति किसानों के सकारात्मक रुख को देखते हुए ही अभियान की अवधि को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर बनाया गया है। मांग पत्र में भरकर आए मोबाइल नंबर के जरिये किसानों से लगातार संपर्क और संवाद जारी है।

इसके साथ ही प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा की बड़ी रैली कराने की भी तैयारी तेज कर दी गई है। 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुंदेलखंड क्षेत्र को फोकस में रखकर खाट सभाएं की थीं। संभव है कि प्रियंका भी बुंदेलखंड से ही शुरुआत करें। हालांकि, स्थान अभी तय नहीं है।

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