CAA Protest: बेपर्दा होंगे पर्दे के पीछे से उपद्रव को हवा देने वाले, जुटाए जा रहे नाम Lucknow News

लखनऊ में सीएए के उपद्रव के बाद रिकवरी के लिए प्रशासन केवल पुलिस रिपोर्ट पर नहीं होगा निर्भर। तीन जनवरी के बाद कई रसूखदार चेहरों से उठ सकता है पर्दा।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sun, 29 Dec 2019 11:09 AM (IST) Updated:Sun, 29 Dec 2019 12:15 PM (IST)
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CAA Protest: बेपर्दा होंगे पर्दे के पीछे से उपद्रव को हवा देने वाले, जुटाए जा रहे नाम Lucknow News

लखनऊ [राजीव बाजपेयी]। शहर को हिंसा की आग में झोंकने वाले उपद्रवियों से सरकारी और निजी संपत्ति के नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन महज पुलिस रिपोर्ट पर निर्भर नहीं रहेगा है। किसी के भी उपद्रव में शामिल होने के सुबूत मिलने पर स्वत: नोटिस भेजेगा। प्रशासन की मंशा उन तमाम रसूखदारों के लिए परेशानी का सबब बनेगी जो पर्दे के पीछे उपद्रव में शामिल थे लेकिन, पुलिस की फाइलों में नाम नहीं होने से अपने को सुरक्षित महसूस कर रहे थे। 

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध पर राजधानी में 19 दिसंबर को हुई ङ्क्षहसा में करीब साढ़े चार करोड़ की संपत्ति को आग के हवाले कर दिया गया था। इस मामले में अब तक 150 से अधिक उपद्रवियों को नोटिस जारी किया जा चुका है। प्रशासनिक अधिकारियों को इस बात सूचना है कि तमाम उपद्रवी पर्दे के पीछे से हिंसा को हवा दे रहे थे जिनके नाम अब तक सामने नहीं आए हैं। एडीएम विश्वभूषण मिश्र के मुताबिक, जो उपद्रवी यह सोंचकर खुश होंगे कि पुलिस फाइलों में या रिपोर्ट में उनका नाम नहीं है, वे भी बचेंगे नहीं।

प्रशासन तमाम श्रोतों से उपद्रवियों के बारे में पता कर रहा है। जिनके नाम सामने आएंगे उनको नोटिस जारी कर वसूली की जाएगी। एडीएम के मुताबिक, तीन जनवरी को पेशी है। इसके बाद ऐसे सभी लोगों को नोटिस जारी होंगे, जिनके नाम अब तक सामने नहीं आए हैं। यह वह लोग होंगे जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से उपद्रवियों की मदद की होगी।

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