कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से कहा-यह समय राजनीति का नहीं
LockDown 4.0 in UP कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इनके संचालन की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी यह समय राजनीति का नहीं है।
लखनऊ, जेएनएन। LockDown 4.0 in UP: कोरोना वायरस के लॉकडाउन में प्रवासी कामगार व श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश की सीमा पर बसें लगवाने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इनके संचालन की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी, यह समय राजनीति का नहीं है। हमारी बसों के संचालन की अनुमति दें।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने एक वीडियो संदेश जारी कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बसों के संचालन की अनुमति मांगी है। प्रियंका ने कहा कि आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे निवेदन कर रही हूं, यह राजनीति का वक्त नहीं है। हमारी बसें उत्तर प्रदेश के कई बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई बहन बिना खाये पिये, पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं। हमें इनकी मदद करने दीजिए। हमारी बसों को परमीशन दीजिए।
उन्होंने कहा कि भरतपुर व अलवर में बसें खड़ी हैं। भरतपुर और अलवर से 500 बसें उत्तर प्रदेश रवाना होने के लिए तैयार हैं। यह सारी बस यूपी के बहज गोबर्धन बॉर्डर पर पहुंच चुकी हैं। बसों में यूपी आने वाले प्रवासी मजदूर यात्रा कर रहे हैं। इस वीडियो को प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर वीडियो डाला है।
आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे निवेदन कर रही हूँ, ये राजनीति का वक्त नहीं है। हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई बहन बिना खाये पिये, पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं। हमें इनकी मदद करने दीजिए। हमारी बसों को परमीशन दीजिए। pic.twitter.com/K2ldjDaSRd
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 17, 2020
प्रियंका गांधी ने 1000 बस चलाने की मांगी थी अनुमति
प्रियंका गांंधी ने शनिवार को कहा कि यूपी के हर बॉर्डर पर बहुत बड़ी संख्या में अप्रवासी मजदूर इकट्ठा हो गए है। वह लोग धूप और गर्मी में पैदल चलकर पहुंच रहे हैं। आज भी उन्हेंं बॉर्डर पर घंटों खड़ा रखा जा रहा है। उन्हेंं उत्तर प्रदेश की सीमाओं में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। लॉक डाउन के चलते उनके पास पिछले 50 दिनों से कोई काम नहीं है। उनकी आजीविका के साधन बंद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि हम जो भी योजनाएं बना रहे हैं, उनमें मजदूरों को जगह नहीं दी जा रही है। उनके लिए कुछ सोचा ही नहीं जा रहा है। मजदूरों को घर भिजवाने की कोरी घोषणाएं और ओछी राजनीति से काम नहीं चलेगा। प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें चलाइए और बसें चलाइए ताकि मजदूरों को उनके गांवों तक पहुंचाया जा सके। हमने 1000 बसों की परमिशन मांगी है, हमें सेवा करने दीजिए।