कोरोना के बढ़ रहे मरीज, केजीएमयू ऑक्सीजन का बैकअप मेनटेन

कोरोना के मरीजों के लिए 48 घंटे का न्यूनतम ऑक्सीजन का स्टॉक रखना है हर वक्त अस्पतालों ने दुरुस्त की व्यवस्था।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 04:46 PM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 04:46 PM (IST)
कोरोना के बढ़ रहे मरीज, केजीएमयू ऑक्सीजन का बैकअप मेनटेन
कोरोना के बढ़ रहे मरीज, केजीएमयू ऑक्सीजन का बैकअप मेनटेन

लखनऊ, जेएनएन। शहर में कोरोना भयावह हो रहा है। अस्पताल फुल हो रहे हैं। ऐसे में ऑक्सीजन की खपत बढ़ेगी। लिहाजा, शासन ने सभी अस्पतालों को न्यूनतम 48 घंटे का स्टॉक मेनटेन रखने का निर्देश दिया है। वहीं राजधानी के लेवल-वन से लेकर लेवल थ्री के अस्पतालों तक व्यवस्था दुरुस्त होने का दावा किया गया है।

केजीएमयू में कोविड के भले ही 240 बेड हैं। मगर, यहां बेडों की क्षमता 4400 की है। वहीं ऑक्सीजन का स्टोर भी पर्याप्त है। ऑक्सीजन इंचार्ज डॉ. संदीप तिवारी के मुताबिक संस्थान में पांच लिक्विड ऑक्सीजन के टैंक हैं। इसमें चार 20-20 हजार व एक 10 हजार लीटर का टैंक है। इसके अलावा 1200 जंबों व 400 बी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर हैं। यहां मरीजों की हर रोज खपत के सिवाय 10 दिन का ऑक्सीजन बैकअप का स्टॉक मेनटेन है। केजीएमयू को लेवल-टू कोविड अस्पताल बनाया गया है।

लोहिया कोविड अस्पताल में 500 सिलेंडर

लोहिया संस्थान के कोविड अस्पताल के डीएमएस डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक सौ बेड का लेवल थ्री कोविड अस्पताल बनाया गया है। इसमें 20 बेड पर वेंटिलेटर हैं। वर्तमान में 20 से 30 रोज सिलेंडर की खपत है। वहीं बैकअप में 450 सिलेंडर रहते हैं। वहीं 50 एक साथ आॅक्सीजन सप्लाई के लिए लगे रहते हैं। ऐसे में कुल 500 सिलेंडर कोविड अस्पताल के लिए हैं।

100 सि लेंडर, 70 रिजर्व में

लोकबंधु अस्पताल लेवल-वन का कोविड अस्पताल है। निदेशक डॉ. डीएस नेगी के मुताबिक 100 बेड के अस्पताल में 50 पर पाइप लाइन से ऑक्सीजन की व्यवस्था है। इसमें 30 एक साथ सिलेंडर लगे रहते हैं। वहीं 70 सिलेंडर रिजर्व में रखे रहते हैं। अभी वेंटिलेटर अस्पताल में नहीं चल रहे हैं। वहीं सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने सभी कोविड अस्पताल की ऑक्सीजन व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं।

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