सुकून की नींद ले रहे हैं कि नहीं बता देगी एक्टि वॉच, यहां करें संपर्क

फिजियोलॉजी विभाग के क्रोनो मेडिसिन लैब में मिलेगी वॉच की निश्शुल्क सुविधा। 75 प्रतिशत लोगों में नींद पूरी न होने की समस्या, उच्‍च रक्तचाप व शुगर के हो रहे शिकार।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 10:49 AM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 08:01 AM (IST)
सुकून की नींद ले रहे हैं कि नहीं बता देगी एक्टि वॉच, यहां करें संपर्क
सुकून की नींद ले रहे हैं कि नहीं बता देगी एक्टि वॉच, यहां करें संपर्क

लखनऊ, (आशीष त्रिवेदी)। आप रात में कितनी देर गहरी नींद में सोए और दिनभर कितना एक्टिव रहे यह सबकुछ अब आसानी से पता चल जाएगा। सिर्फ 'एक्टि वॉच' कलाई में बांधना होगा और वह दिन भर की गतिविधियों के साथ-साथ आपके स्लीप पैटर्न के बारे में भी जानकारी देगी। आप दिमागी सुकून के साथ कितना आराम से सो पाए, अब यह घड़ी बताएगी। यह डीप स्लीप की स्टडी करेगी। केजीएमयू के फिजियोलॉजी विभाग में क्रोनो मेडिसिन लैब में यह एक्टि वॉच मौजूद रहेगी। आम मरीजों को इसकी सुविधा निश्शुल्क दी जाएगी। इस वॉच की कीमत करीब ढाई लाख रुपये है। ऐसे में विभाग मरीजों से उनके मूल दस्तावेज रखवाकर यह सुविधा देगा।

केजीएमयू में फिजियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. नरसिंह वर्मा ने बताया कि अभी 75 प्रतिशत लोगों को नींद पूरी न हो पाने की समस्या है। किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के लिए कम से कम छह घंटे की नींद जरूरी है। आपकी नींद पूरी हुई या नहीं इसे जांचने का आसान तरीका है कि आप जब सुबह उठेंगे तो स्फूर्ति रहेगी। वहीं नींद पूरी न होने पर दिनभर आलस्य महसूस होता है और व्यक्ति बेमन से बिस्तर छोड़ पाता है।

दरअसल, देर रात तक सोशल मीडिया पर चैटिंग, भाग-दौड़ व प्रतिस्पर्धा के इस युग में बढ़ता तनाव और फिजिकल एक्टिविटी कम होने के कारण व्यक्ति ढंग से सो नहीं पाता। इस मशीन के जरिए स्लीप एफिशियंसी की पूरी रिपोर्ट पता चल सकेगी। साथ ही यह भी मालूम चल सकेगा कि दिनभर आप कितना एक्टिव रहे।

ऐसे काम करेगी एक्टि वॉच

इस एक्टि वॉच में हाई क्वालिटी के मोशन सेंसर और लाइट सेंसर होते हैं। यह हिलने-डुलने से लेकर रात भर में आप कितनी देर गहरी नींद में सोए यह बताएगी। जब व्यक्ति का मन शांत रहता है तो वह अ'छी नींद ले पाता है।

स्लीप हाईजीन के प्रति रहें सजग

जब आप कमरे में सोने जाएं तो अंधेरा होना चाहिए। शोर बिल्कुल न हो। टीवी व स्मार्टफोन का प्रयोग सोने से पहले न करें। देर रात तक चैटिंग करने पर भी मन में तरह-तरह के विचार आते हैं और अ'छी नींद नहीं आ पाती।

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