मेरठ की मर्दानी को डराने पहुंच गए इंस्पेक्टर

लखनऊ। मेरठ में मर्दानी के नाम से चर्चित ममता यादव को मुकदमे से हाथ पीछे खिंचने के लिए इंस्पे

By Edited By: Publish:Sun, 24 Aug 2014 09:39 PM (IST) Updated:Sun, 24 Aug 2014 09:39 PM (IST)
मेरठ की मर्दानी को डराने पहुंच गए इंस्पेक्टर

लखनऊ। मेरठ में मर्दानी के नाम से चर्चित ममता यादव को मुकदमे से हाथ पीछे खिंचने के लिए इंस्पेक्टर डराने पहुंच गए। पुलिस के इस रवैये से नाराज ममता ने सहायता राशि वापस करने का ऐलान कर दिया। मामला पुलिस के खिलाफ जाता देख एसएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर महिला की ओर से मुकदमा दर्ज कराने का दावा कर आरोपियों की संख्या तीन से बढ़ाकर चार कर दी। सुरक्षा के मद्देनजर महिला के घर पर भी पुलिस तैनात कर दी गई है।

तीन दिन पहले सिविल लाइन थाने के कचहरी पुल के पास सेंट्रो सवार सलाहपुर निवासी गगन ने शताब्दी नगर निवासी ममता यादव के साथ छेड़छाड़ करते हुए टक्कर मार दी थी। उस समय कार में गगन के साथ नितिन, अंकित और प्रदीप उर्फ टिंकू भी थे। चारों युवकों ने ममता यादव के पति की पिटाई करते हुए उसके साथ छेड़छाड़ की। महिला ने बहादुरी दिखाते हुए चारों युवकों के साथ मारपीट की। मामला शांत होने के बाद दोनों पक्ष वापस चले गए थे।

मामला मीडिया की सुर्खिया बनने के बाद हरकत में आई पुलिस ने एक होमगार्ड बाबूराम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी अंकित ककराना को जेल भेज दिया। इंस्पेक्टर सिविल लाइन आलोक सिंह आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाय उनके पक्ष में आकर महिला को धमकाने पहुंच गए। इससे नाराज महिला ने सहायता राशि का चेक वापस करने की धमकी दी तो पुलिस बैकफुट पर आ गई।

इंस्पेक्टर की करतूत पर पर्दा डालने के लिए आनन फानन में एसएसपी ओंकार सिंह ने पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि महिला की तहरीर पर चारों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर ार पर दो महिला कांस्टेबिल की तैनाती कर दी गई है। एसएसपी ने बताया कि, फरार चल रहे तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार पुलिस की टीमें लगा दी गई है। वहीं इंस्पेक्टर से विवेचना को हटा दिया गया है। विवेचना एएचटीयू थाना प्रभारी रीता शुक्ला को दी गई है। मामले की मानीटरिंग सीओ स्वर्णजीत कौर को दी गई है। इंस्पेक्टर अलोक सिंह ने बताया कि, महिला के बयान दर्ज करने के लिए उसके घर गए थे। महिला को डराने का आरोप गलत है।

दो मुकदमे दर्ज

पहला मुकदमा होमगार्ड बाबूराम की और से धारा 354, 323 और 506 में दर्ज हुआ है। वहीं रविवार को महिला की तहरीर पर दूसरा मुकदमा धारा 147, 354, 323 और 506 में दर्ज किया गया है। पीड़िता ने चार अभियुक्तों को नामजद किया है, जबकि पुलिस की और से तीन युवक नामजद किए गए थे।

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