मिशन यूपी को धार देंगे कांग्रेस के चर्चित चेहरे, राजस्थान और छत्तीगढ़ के सीएम समेत प्रचार में उतरेंगे कई नेता

उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधान सभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस पार्टी अपने चर्चित चेहरों और बड़े नेताओं को जनता के बीच लाने की तैयारी कर रही है। इन नेताओं के जरिये पार्टी जातीय समीकरणों को भी साधने की कोशिश करेगी।

By Dharmendra MishraEdited By: Publish:Sat, 25 Dec 2021 08:55 AM (IST) Updated:Sat, 25 Dec 2021 02:18 PM (IST)
मिशन यूपी को धार देंगे कांग्रेस के चर्चित चेहरे, राजस्थान और छत्तीगढ़ के सीएम समेत प्रचार में उतरेंगे कई नेता
यूपी मिशन के लिए कांग्रेस के कई बड़े नेता उतरेंगे चुनाव प्रचार में।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो।  उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधान सभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस पार्टी अपने चर्चित चेहरों और बड़े नेताओं को जनता के बीच लाने की तैयारी कर रही है। इन नेताओं के जरिये पार्टी जातीय समीकरणों को भी साधने की कोशिश करेगी।

पार्टी के नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा तो कांग्रेस के चुनाव अभियान की कमान संभालेंगे ही, दूसरे राज्यों के बड़े नेता भी पार्टी के मिशन-यूपी को धार देने के लिए उप्र में होंगे। इनमें कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे। भूपेश बघेल उप्र के कुर्मी बहुल क्षेत्रों में पहले से सक्रिय हैं। पंजाब में भी विधान सभा चुनाव होने के नाते वहां के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत ङ्क्षसह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत ङ्क्षसह चन्नी उप्र को कम समय दे पाएंगे। फिर भी पार्टी की कोशिश होगी कि तराई क्षेत्र में इनकी जनसभाएं आयोजित कराई जाएं।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय ङ्क्षसह के लंबे राजनीतिक अनुभव का लाभ भी पार्टी उप्र के विधान सभा चुनाव में लेगी। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के दौरे पश्चिमी उप्र के गुर्जर बहुल क्षेत्रों में कराकर पार्टी इस बिरादरी के वोटो में भी सेंध लगाने की कोशिश करेगी। गुजरात में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल के माध्यम से पार्टी कुर्मी बिरादरी को साधने का दांव चलेगी।

दूसरे राज्यों के विधायकों-पूर्व विधायकों को भी जिम्मेदारीः कांग्रेस ने दूसरे राज्यों के विधायकों और पूर्व विधायकों को भी जिम्मेदारियां सौंप रही है। इन्हें प्रदेश के लगभग 250 विधान सभा क्षेत्रों में कोआर्डिनेटर (समन्वयक) नियुक्त किया जा रहा है। पार्टी प्रदेश के सभी विधान सभा क्षेत्रों में सम्मेलन भी आयोजित करने जा रही है। इन सम्मेलनों में प्रदेश में पार्टी के बड़े नेता शामिल होंगे। विधानसभा क्षेत्रों में अगले हफ्ते से सम्मेलन शुरू होंगे।

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