Double Murder in Lucknow : जन्मदिन पर तिनके की तरह बिखरा IRTS अधिकारी का परिवार

Double Murder in Lucknow कुछ दिन में परिवार को दिल्ली शिफ्ट करने की थी तैयारी। दिल्ली में रहकर भी परिवार का ख्याल रखते थे कई उपलब्धियां हासिल करने वाले आरडी वाजपेयी।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sun, 30 Aug 2020 12:30 PM (IST) Updated:Sun, 30 Aug 2020 12:30 PM (IST)
Double Murder in Lucknow : जन्मदिन पर तिनके की तरह बिखरा IRTS अधिकारी का परिवार
Double Murder in Lucknow : जन्मदिन पर तिनके की तरह बिखरा IRTS अधिकारी का परिवार

लखनऊ[निशांत यादव]। Double Murder in Lucknow: भारतीय रेलवे के सबसे सफल अफसरो में जिन आरडी वाजपेयी का नाम दर्ज है। उनका परिवार तिनके की तरह ढह गया। वह भी उनके जन्मदिन वाले दिन। आरडी वाजपेयी शनिवार सुबह खुश थे, एक बडी कांफ्रेंस उनको रेल मंत्रालय में आयोजित करना था।।लेकिन उनकी खुशी कुछ घंटे ही रह सकी। उनके बंगले पर मौजूद हर रेलवे अफसरो के मूह भले ही कोरोना के कारण मास्क से ढंके थे, लेकिन उनकी आंखों में एक ही सवाल था कि हंसमुख स्वभाव वाले आरडी वाजपेयी इतने बड़े सदमे को कैसे सहेंगे। 

आरडी वाजपेयी सन 1998 बैच के भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आइआरटीएस) अधिकारी हैं। रेलवे में उनकी पहली तैनाती मुगलसराय डिवीजन में हुई। कुछ समय बाद ही वह उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बने। वर्धमान मण्डल में सीनियर डीसीएम व अन्य महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभालने के बाद वह लखनऊ पहुंचे। सन 2016 में उत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में ट्रेनें आउटर पर खड़ी हो जाती थीं। 

तब वह आरडी वाजपेयी ही थे जिन्होंने चारबाग़ यार्ड रिमॉडलिंग जैसे कई प्रोजेक्ट बनाएं। कुछ समय बाद वह भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान में प्रोफेसर बने। यही से उनका परिवार से साथ छूट गया। सात जून 2018 को रेलवे बोर्ड में उनकी तैनाती निदेशक मीडिया व समन्वय के पद पर हो गई। उनकी कार्यशैली को देखते हुए कुछ ही समय मे वह रेल मंत्रालय के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर इनफार्मेशन भी बन गए।दिल्ली में रहकर भी आरडी वाजपेयी परिवार का पूरा ख्याल रखते। व्यस्त समय मे भी फोन पर सम्पर्क बनाये रखते थे। 

डीआरएम को किया पहला फोन आरडी वाजपेयी को दोपहर करीब तीन बजे जो फोन गया।।उसमें बताया गया कि बेटे को बहुत चोट आई है। आरडी वाजपेयी ने तुरंत लखनऊ में डीआरएम संजय त्रिपाठी से संपर्क किया। उस समय डीआरएम वाराणसी में थे। लखनऊ में दोनों एडीआरएम अश्विनी श्रीवास्तव और डॉक्टर वीणा वर्मा सहित कई रेलवे अधिकारी आरडी वाजपेयी के घर पहुंचे। बाहर एम्बुलेंस और पुलिस को देख उनको किसी बड़ी अनहोनी की आशंका हो गई। आरडी वाजपेयी को सीधे इतनी बड़ी घटना की सूचना देने से पहले कई बार सोचा गया। इसके बाद सीधे डीआरएम को पूरी जानकारी दी गई।

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