लखीमपुर के रहने वाले हैं DIG अतुल गोयल, आतंकियों के साथ DSP देवेंदर को किया था गिरफ्तार

कश्मीर में आतंकवादियों के साथी डीएसपी देवेंद्र सिंह को पकड़ने वाले डीआइआजी अतुल गोयल साउथ कश्मीर लखीमपुर के पलिया कलां के रहने वाले हैं। उनकी उपलब्धि से जिले में खुशी की लहर है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 07:44 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 07:44 PM (IST)
लखीमपुर के रहने वाले हैं DIG अतुल गोयल, आतंकियों के साथ DSP देवेंदर को किया था गिरफ्तार
लखीमपुर के रहने वाले हैं DIG अतुल गोयल, आतंकियों के साथ DSP देवेंदर को किया था गिरफ्तार

लखीमपुर [हरीश श्रीवास्तव]। कश्मीर में आतंकवादियों का साथ देने वाले डीएसपी देवेंदर को गिरफ्तार करने वाले साउथ कश्मीर के डीआईजी अतुल गोयल पलिया के रहने वाले है। करीब तीन दशक पहले उनका पूरा परिवार यहां पुराने अस्पताल रोड पर रहता था। बाद में उनके पिता सेठ बिशन दयाल यहां से दिल्ली शिफ्ट हो गए थे। तब से वे लोग वही रह रहे है। 

कश्मीर पुलिस के डीएसपी देवेंदर को आतंकवादियों का साथ देने के आरोप में गिरफ्तारी अब हाई प्रोफाइल केस बन गया है। उसकी जांच देश की कई एजेंसियां कर रही है। जिसमे अनुसंधान एवं विश्लेषण शाखा के साथ एटीएस व मिलेट्री इंटेलीजेंस शामिल है। जांच में क्या मिलेगा और उसका क्या होगा यह तो बाद की बात है लेकिन उसे गिरफ्तार करने वाले साउथ कश्मीर के डीआईजी अतुल गोयल के पलिया के होने को लेकर यहां लोग काफी खुश है। यहां के बाशिंदों का मानना है कि पलिया के लाल अतुल ने कमाल कर दिया है। देश के गद्दार को पकड़कर उन्होंने अपनी कर्तव्यनिष्ठा तो साबित किया ही देश की सुरक्षा के लिए भी काफी बड़ा काम किया है। देवेंदर देश के लिए एक ऐसा नासूर था जिसकी वजह से किसी न किसी दिन पूरे देश को नुकसान उठाना पड़ता और सभी को शर्मिंदा भी होना पड़ सकता था।

ऐसे नासूर को पकड़ कर अतुल ने बड़ा व काबिले तारीफ काम किया है। हर जगह अतुल का गुणगान किया जा रहा है। पलिया निवासी राजकुमार अग्रवाल व अमर गुप्ता का कहना है कि गद्दार देवेंदर को गिरफ्तार करना कोई आसान काम नही था। इसके लिए काफी बड़ा रिस्क लिया गया होगा तब उसकी गिरफ्तारी हो पाई होगी। महीनों उसका पीछा करके सुबूत जुटाए गए होंगे तब कही जाकर उसको गिरफ्तार किया गया होगा।

अतुल गोयल का परिवार यहां पुराने अस्पताल रोड पर पुराने सीओ आफिस के सामने रहता था। उनके परिवार की यहां पर एक राइस मिल हुआ करती थी। बाद में व्यवसाय में नुकसान होने पर उनके पिता दिल्ली चले गए ते। वहां पर जाकर उन्होंने नए सिरे से काम शुरू किया। धीरे-धीरे काम बढ़ा और अब परिवार का अ'छा खासा हीरे का व्यवसाय हो गया है।  

अतुल गोयल के बड़े भाई अनिल गोयल बताते है कि उनका भाई बहुत ही मेहनती व ईमानदार है। उसके अंदर देशप्रेम कूट कूट कर भरा हुआ है। वह जान पर भी खेलकर देश की सेवा करता है। उन्होंने बताया कि देश के आगे वह किसी चीज की परवाह नही करता है। उन्होंने बताया कि अतुल पढ़ाई में भी काफी अच्‍छा था।

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